Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है, और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने अपने 69 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुनावी मैदान में बड़ा कदम रखा है। पार्टी प्रमुख मायावती की मंजूरी के बाद प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने यह सूची सार्वजनिक की। इस बार बीएसपी ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए नए और पुराने नेताओं का संतुलित मिश्रण पेश किया है। पार्टी का लक्ष्य अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों के हितों की रक्षा करना और उन्हें एक मजबूत आवाज देना है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देने वाली बीएसपी की यह सूची, दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बनाने का संकेत देती है।
युवा और अनुभवी चेहरों का संतुलन
बीएसपी ने 69 प्रत्याशियों की सूची में नए चेहरों को मौका देकर युवा (Delhi Assembly Elections 2025) मतदाताओं को साधने की कोशिश की है। वहीं, अनुभवी नेताओं की मौजूदगी पार्टी को मजबूती प्रदान करेगी। पार्टी ने ऐसे उम्मीदवारों को तरजीह दी है जो जनता से सीधे जुड़े हैं और उनकी समस्याओं को गहराई से समझते हैं। लक्ष्मण सिंह ने इसे “दिल्ली को नई दिशा देने वाला कदम” बताया।
पार्टी प्रमुख मायावती ने इस मौके पर अपने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य समाज के हर वर्ग के हितों की रक्षा करना और दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर ले जाना है।” पार्टी का घोषणापत्र भी इन विचारों को दर्शाता है, जिसमें शिक्षा और रोजगार के लिए नई योजनाओं की बात की गई है।
विपक्ष के लिए बढ़ी चुनौती
बीएसपी की नई सूची ने आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), और कांग्रेस के (Delhi Assembly Elections 2025) लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। बीएसपी के कदम को देखते हुए यह स्पष्ट है कि पार्टी इस बार पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरी है। प्रमुख क्षेत्रों में उम्मीदवारों की घोषणा से यह साफ होता है कि बीएसपी दिल्ली की राजनीतिक तस्वीर को बदलने के इरादे से काम कर रही है।
बीएसपी के इस साहसिक कदम से न केवल समर्थकों में उत्साह है, बल्कि जनता के बीच भी एक नए विकल्प की उम्मीद जगी है। पार्टी का दावा है कि उसके उम्मीदवार स्वच्छ और ईमानदार राजनीति की मिसाल पेश करेंगे।