February weather: मौसम विभाग ने फरवरी महीने में तापमान में अप्रत्याशित बढ़ोतरी की संभावना जताई है, जो मई-जून जैसी गर्मी का अहसास करा सकता है। दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में आगामी दिनों में पारा चढ़ेगा, वहीं उत्तर प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम विक्षोभ के कारण कई (February weather) राज्यों में बारिश का दौर जारी है, और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी भी देखने को मिल रही है। मौसम विभाग ने दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड समेत कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसके अनुसार, अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है।
दिल्ली में तापमान में वृद्धि का अनुमान
दिल्ली में गुरुवार को हल्की बारिश के बाद अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से 1.9 डिग्री अधिक था। इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी 15 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस समय के औसत तापमान से 3.2 डिग्री अधिक था। मौसम विभाग ने आगामी 24 फरवरी से दिल्ली में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई है। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में बादल छाए रहेंगे, और दिन भर हल्की बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी मौसम में बदलाव हो रहा है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज-चमक (February weather) के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 21 फरवरी को राज्य के विभिन्न इलाकों में बारिश हो सकती है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहा है, जिसके कारण दिन में गर्मी बढ़ने लगी है। उत्तर प्रदेश में मौसम के शुष्क रहने की संभावना के साथ आगामी दिनों में तापमान में वृद्धि हो सकती है।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है, जिससे ठंड में इजाफा हुआ है। गुरुवार को उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई, जबकि मैदानी इलाकों में रूक-रूक कर बारिश हो रही थी। मौसम विभाग ने बद्रीनाथ, केदारनाथ, और नंदा देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर भी बर्फबारी की संभावना जताई है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में शिमला और किन्नौर में भी बर्फबारी जारी है, जिसके कारण कुछ पहाड़ी रास्तों पर आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं।
कश्मीर में बर्फबारी
जम्मू और कश्मीर में लंबे समय बाद बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है, जो लोगों और किसानों के लिए राहत का संकेत है। कश्मीर घाटी में 81 प्रतिशत कम बारिश हुई थी, लेकिन अब मौसम में बदलाव ने स्थिति को सुधार दिया है।