UP Free Ration Scheme की तारीख घोषित: 9 से 25 मई तक मिलेगा गेहूं-चावल

मई महीने में फ्री राशन वितरण की शुरुआत 9 मई से हो गई है। राशन कार्डधारक 25 मई तक गेहूं और चावल का लाभ उठा सकते हैं। सरकार ने पारदर्शिता के लिए ई-केवाईसी और ई-पॉस प्रणाली लागू की है।

UP

UP Free Ration Scheme: मई महीने के लिए फ्री राशन वितरण की तारीख घोषित कर दी गई है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत उत्तर प्रदेश में राशन कार्डधारकों को 9 मई से 25 मई तक नि:शुल्क अनाज वितरित किया जाएगा। यह योजना प्रदेश के 1.15 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को राहत देने जा रही है। पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल, जबकि अंत्योदय कार्डधारकों को कुल 35 किलो (14 किलो गेहूं, 21 किलो चावल) राशन मुफ्त में मिलेगा। सरकार की यह योजना न केवल आर्थिक सहारा दे रही है बल्कि डिजिटल प्रणाली के जरिए पारदर्शिता और कुशलता भी सुनिश्चित कर रही है।

25 मई तक चलेगा वितरण अभियान

UP खाद्य एवं रसद विभाग ने मई माह में राशन वितरण की तैयारी पूरी कर ली है। जिला आपूर्ति अधिकारी (डीएसओ) विजय प्रताप सिंह ने बताया कि 9 मई से लेकर 25 मई तक प्रदेशभर में राशन कार्डधारकों को नि:शुल्क राशन वितरित किया जाएगा। प्रत्येक पात्र गृहस्थी कार्ड पर प्रति यूनिट पांच किलो अनाज (दो किलो गेहूं व तीन किलो चावल) मिलेगा। वहीं अंत्योदय अन्न योजना के तहत नामित परिवारों को एकमुश्त 35 किलो राशन दिया जाएगा।

ई-केवाईसी और आधार सत्यापन से बढ़ी पारदर्शिता

योगी सरकार UP द्वारा शुरू की गई ई-केवाईसी प्रणाली ने वितरण व्यवस्था को डिजिटल रूप से सुदृढ़ किया है। खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार मार्च 2025 तक 77.37% लाभार्थियों (1,15,37,940 कार्डधारकों) ने अपनी ई-केवाईसी पूरी कर ली है। 10.02 लाख लोगों ने अन्य राज्यों में भी ई-केवाईसी कराई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह प्रणाली देशव्यापी लाभ पहुंचा रही है।

इस डिजिटल पहल से अपात्र लाभार्थियों की पहचान करके उन्हें सिस्टम से हटाने में सहायता मिली है, जिससे वास्तविक जरूरतमंदों को अनाज मिलना सुनिश्चित हुआ है। सरकार का लक्ष्य अब शत-प्रतिशत लाभार्थियों की ई-केवाईसी पूरा करना है।

ई-पॉस मशीनों से भ्रष्टाचार पर लगाम

UP राशन वितरण में ई-पॉस (इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल) मशीनों का इस्तेमाल भी व्यापक रूप से किया जा रहा है। इससे वितरण प्रणाली में पारदर्शिता आई है और बिचौलियों की भूमिका खत्म हुई है। लाभार्थियों को समय पर और सटीक मात्रा में राशन उपलब्ध हो रहा है, जिससे गरीबों की खाद्य सुरक्षा और भी मजबूत हुई है।

India Pakistan तनाव पर वैश्विक नजरें: अमेरिका पीछे, चीन आगे, सऊदी बन सकता है मध्यस्थ

Exit mobile version