हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए यह अच्छी खबर। सऊदी अरब से हज के लिए भारत को पौने दो लाख का कोटा मिला। वहीं देश भर में यूपी से सबसे ज्यादा हज पर जाएंगे हज यात्री। वहीं इस साल कुल 1,75,025 भारतीय हज यात्री हज कर सकेंगे।
30 हजार हज यात्री उत्तर प्रदेश से हज यात्रा पर जाएंगे
हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए यह अच्छी खबर है। सऊदी अरब सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए वर्ष 2023 के लिए भारत के लिए अब तक का सबसे अधिक हज कोटा बढ़ा दिया है। बता दें कि हज यात्रा के लिए भारत को 1.75 लाख जायरीन का कोटा मिला है। खबरो के अनुसार जेद्दा में सोमवार को दोनों देशों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते के तहत इस साल कुल 1,75,025 भारतीय हज यात्री हज कर सकेंगे।इसमें से सबसे ज्यादा करीब 30 हजार हज यात्री उत्तर प्रदेश से हज यात्रा पर जाएंगे। उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के अध्यक्ष एवं हज कमेटी ऑफ इंडिया के सदस्य मोहसिन रज़ा ने ये मंगलवार को इसको लेकर ऐलान किया। दरअसल, हज सत्र 2023 के लिए भारत से करीब पौने 2 लाख हजयात्रियों का कोटा आरक्षित किया गया है।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ट्वीट में कहा कि….
बताते चलें कि कोरोना संक्रमण के चलते दो साल तक सऊदी सरकार ने भारत सहित अन्य देशों के यात्रियों को हज की अनुमति नहीं दी थी। तो वहीं कोरोना के कारण किराए में भी बढ़ोतरी कर दी गई थी। जिस कारण काफी लोग हज पर नहीं जा सके थे। सोमवार को भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत के लिए उच्चतम कोटा 2019 में था जब 1.4 लाख आवंटित किया गया था, उसके बाद 2020 में यह संख्या 1.25 लाख थी, लेकिन उस वर्ष कोविड-1ओ महामारी के कारण हज रद्द कर दिया गया था। वर्ष 2022 में यह संख्या 79,237 थी। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए शासन के दौरान, 2010 में उच्चतम कोटा 1,26,018 था। कोटा की कमी के कारण, कई आशावादी भारतीय देश भर में ड्रॉ सिस्टम से बाहर रह गए थे, हालांकि, अब तक के सबसे अधिक कोटा के साथ, अधिक भारतीय तीर्थयात्री इस वर्ष हज कर सकते हैं और प्रतीक्षा समय को कम कर रहे हैं और ड्रॉ के अवसरों को बढ़ा रहे हैं।
26 जून से शुरू हो रही हज यात्रा
26 जून से हज यात्रा की शुरूआत होगी और 1 जुलाई तक चलेगी। भारत सरकार हज यात्रा और हजयात्रियों के लिए हर साल हज पॉलिसी भी जारी करती है। जिसके तहत यात्रियों को हज यात्रा से जुड़े नियम कायदे बताए जाते हैं, ताकि वहां जाकर वो किसी तरह की परेशानी में आएं। विदेश मंत्रालय औऱ सऊदी अरब का दूतावास भी हेल्पलाइन के जरिये मदद करता है।