Fake Documents: गोरखपुर की आरपीएफ रिजर्व लाइन में चल रही आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती के दौरान एक बड़ा मामला सामने आया है। फिजिकल टेस्ट (पीईटी), शारीरिक मापन परीक्षा (पीएमटी) और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (डीवी) के समय एक महिला अभ्यर्थी फर्जी दस्तावेज लेकर पहुंची थी। बुधवार को जब दस्तावेजों की जांच की गई, तो परीक्षकों को उन कागजों पर संदेह हुआ। गहराई से जांच करने पर पता चला कि अभ्यर्थी द्वारा दिखाए गए अधिकतर दस्तावेज नकली थे। जैसे ही अभ्यर्थी से पूछताछ शुरू हुई, कुछ देर बाद उसका पिता भी वहां पहुंच गया और कागजों को सही बताने पर जोर देने लगा। लेकिन सख्ती से पूछे गए सवालों के बाद आखिरकार पिता ने खुद स्वीकार कर लिया कि सभी दस्तावेज जाली हैं और उन्होंने ही पैसे देकर ये कागज बनवाए थे।
आरपीएफ इंस्पेक्टर की तहरीर पर दर्ज हुआ मामला
इस मामले की शिकायत आरपीएफ इंस्पेक्टर नानू राम जाट ने एम्स पुलिस चौकी में दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती के लिए एडमिट कार्ड जारी किए थे और बुधवार को वेरिफिकेशन के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इसी प्रक्रिया के दौरान प्रिया नाम की अभ्यर्थी के सभी कागजात संदिग्ध लगे। ऑनलाइन जांच में भी यह साफ हो गया कि दस्तावेज पूरी तरह फर्जी हैं। पूछताछ में लड़की और उसके पिता ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने पैसे देकर दस्तावेज तैयार कराए थे। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
गिरफ्तार आरोपी पिता-पुत्री हरियाणा के करनाल जिले के निवासी
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए पिता-पुत्री की पहचान हरियाणा के करनाल निवासी जय भगवान और उनकी बेटी प्रिया के रूप में हुई है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पुलिस अब यह जांच करेगी कि फर्जी दस्तावेज किसने बनाए और इस नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं।
पुलिस का बयान
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि आरपीएफ की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर दोनों को हिरासत में लिया गया। मामले की जांच जारी है और आगे की कानूनी कार्रवाई पूरी प्रक्रिया के आधार पर की जाएगी।










