Jauhar University: उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्थित मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय परिसर की शत्रु संपत्ति जल्द ही नीलाम की जाएगी। इसके लिए गृह मंत्रालय से सभी विधिक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। इस परिसर में 13.842 हेक्टेयर भूमि को शत्रु संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है। जुलाई में प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर इस जमीन पर कब्जा कर इसे कस्टोडियन को सौंप दिया था। इस जमीन पर पूर्व में निर्माण पाया गया था, जिसे अब ध्वस्त किया जाएगा। जिलाधिकारी इस नीलामी प्रक्रिया के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक के रूप में कार्य करेंगे। रामपुर में कुल 172 शत्रु संपत्तियां हैं, जिनमें से यह संपत्ति विवादों में सबसे प्रमुख रही है।
विवादित जमीन, नीलामी की तैयारी
रामपुर के सींगनखेड़ा गांव की यह जमीन पाकिस्तान में रह रहे ताहिर हुसैन खां की है, जिसे शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था। आरोप है कि Jauhar Universityय के चांसलर और मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खान ने इस जमीन को गैर-कानूनी तरीके से विश्वविद्यालय में मिला लिया। राजस्व निरीक्षक मनोज कुमार की तहरीर पर आजम खान समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। पांच महीने पहले प्रशासन ने इस संपत्ति को कस्टोडियन को सौंपा, और डीजीपीएस सर्वे के जरिए इसकी लोकेशन की पुष्टि की गई। अब नीलामी के लिए विधिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
निर्माण का ध्वस्तीकरण होगा
Jauhar University परिसर में शत्रु संपत्ति पर किए गए निर्माण को पहले सील किया गया था। अब प्रशासन ने इसे ध्वस्त करने की तैयारी कर ली है। चूंकि, जिले में शत्रु संपत्ति के अभिरक्षक जिलाधिकारी होते हैं, इसलिए नोटिस और अन्य कानूनी कार्रवाइयों के लिए विधिक राय ली जा रही है। यह नीलामी प्रक्रिया जल्द ही गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार पूरी की जाएगी।
रामपुर जिले में वर्तमान में कुल 172 शत्रु संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है। इनमें से 13.842 हेक्टेयर जमीन जौहर विश्वविद्यालय में शामिल है। इसके अलावा, 12 शत्रु संपत्तियां किराए पर चल रही हैं। जौहर विश्वविद्यालय की शत्रु संपत्ति पर विभाग का कब्जा है और अब इसे कानूनी तरीके से नीलाम किया जाएगा।
क्या है कस्टोडियन
देश के विभाजन या युद्ध के दौरान जो लोग शत्रु देश चले गए, उनकी संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया। इसे भारतीय कस्टोडियन विभाग के अधीन रखा गया, जिसका मुख्यालय मुंबई में है। स्थानीय स्तर पर डीएम इस विभाग के प्रतिनिधि होते हैं।