Kanpur News : कानपुर नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. हरिदत्त नेमी एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार वजह कुछ अलग है – उन्होंने अपने कार्यालय में वास्तु शास्त्र के अनुसार परिवर्तन कर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। डॉ. नेमी ने हाल ही में अपने ऑफिस की कुर्सी की दिशा बदली और उस पर गेरुए रंग का तौलिया बिछाया, जिसे वास्तु शास्त्र में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
माना जा रहा है कि बीते कुछ समय से डॉ. नेमी पर जो विवाद और आरोप लगे हैं, उनसे छुटकारा पाने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है। दरअसल, पिछले दिनों कानपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और डॉ. नेमी के बीच बढ़ती तनातनी की खबरें मीडिया की सुर्खियों में रही थीं, जो न केवल कानपुर बल्कि प्रदेश स्तर पर भी चर्चा का विषय बनीं।
वास्तु विशेषज्ञ की सलाह पर किया गया ये काम
सूत्रों की मानें तो डॉ. नेमी ने किसी वास्तु शास्त्र के जानकार की सलाह पर यह बदलाव किया है। उनका मानना है कि कुर्सी की स्थिति और गेरुए तौलिए का उपयोग सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है और कार्यस्थल का वातावरण शांत एवं अनुकूल बनाता है। हाल ही में एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई जिसमें कथित रूप से डॉ. नेमी को डीएम के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा में बोलते हुए सुना गया।
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हालांकि, डॉ. नेमी ने इस ऑडियो को फर्जी बताते हुए दावा किया कि यह क्लिप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से बनाई गई है। वहीं, डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ को एक बैठक से बाहर निकालने का आदेश दिया और शासन को पत्र लिखकर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की।
गंभीर आरोपों में घिरे सीएमओ
इस पूरे प्रकरण के अलावा, डॉ. नेमी पर चिकित्सकों के उत्पीड़न, कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार और शासनादेशों की अनदेखी जैसे गंभीर आरोप भी लगे हैं। इन सभी मामलों के चलते वे प्रदेश की राजनीति और नौकरशाही के गलियारों में एक बार फिर चर्चाओं का केंद्र बन गए हैं।