कानपुर ऑनलाइन डेस्क। पिछले कई सालों से मौसम की ‘बेवफाई’ इंसानों से लेकर बेजुबानों पर भारी पड़ रही है। सर्दी के मौसम में गर्मी, बारिश के महिनों में सूखा ये अब आम बात हो गई है। इस साल नवंबर में ठंड के बजाए प्रचंड गर्म पड़ी। 17 नवंबर तक घरों के एसी, कूलर और पंखे फुल स्पीड में चले। पर कुछ घंटे पहले मौसम ने करवट बदला। मेघों का मिजाज भी चेंज हुआ। 19 की सुबह से आसमान में काले-काले बादल मंडरा रहे। सीएसए मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन के अंदर बारिश का अलर्ट जारी किया है। ठंड में और बढ़ोतरी हो सकती है। कोहरे का भी लोगों को सामना करना पड़ सकता है।
सर्दी तो दूर गर्मी ने नए रिकॉर्ड बनाए
‘जनाब’ मौसम भी गिरगिट की तरह रंग बदल रहा है। ठंड के वक्त अप्रैल वाली गर्मी की दंश लोग उठा रहे हैं। नवंबर का महीना गुलाबी सर्दी वाला महीना माना जाता है। लेकिन इस बार सर्दी तो दूर गर्मी ने नए रिकॉर्ड बनाए । दीपावली के बाद से लगातार घरों पर एसी, कूलर और पंखे फुल स्पीड पर चले। सुबह के वक्त घर से निकलते ही लोग पसीना से तर-बतर हो रहे थे। कब मौसम बदलेगा, इसको लेकर अखबरों की खाक छानते। हालांकि कुछ घंटे पहले कानपुर के अलावा यूपी के अन्य जनपदों में मौसम का मिजाज बदला है। आसामन में काले-काले बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दो से तीन दिन बाद तापमान में और ज्यादा गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही यूपी के कई जिलों में बारिश की भी संभावना जताई गई है।
बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो इस समय पछुआ हवाएं 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। जम्मू कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ का असर दिख रहा है, जिससे बारिश होने की संभावना भी बनी हुई है। मौसम विभाग ने 19 नवंबर को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद जताई है। इस दौरान पश्चिमी और पूर्वी हिस्से में सुबह के समय कहीं-कहीं पर छिछला से मध्यम कोहरा छाया रहेगा। 20 नवंबर को यूपी के कई जनपदों मे हल्की बारिश हो सकती है। बारिश के कई दिनों तक होने के आसार बन रहे हैं। सीएसएस के मौसम विभाग के मुताबिक, कानपुर के आसपास के जनपदों में बारिश हो सकती है। लोगों को कोहरे का भी सामना करना पड़ सकता है। किसानों को बारिश से फाएदा होगा।
1 नवंबर की रात छठी सबसे गर्म रात
आमतौर पर नवंबर में होने वाली गुनगुनी धूप की जगह दोपहर में तपिश वाली गर्मी महसूस की जा रही है। नवंबर के 17 दिन बीतने के बाद भी मौसम के तेवर तल्ख ही रहे। साल 2009 के बाद इस बार नवंबर में दिन की तपिश और रात के पारे ने रिकॉर्ड बनाया। लखनऊ मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने मीडिया को बताया, 1952 से 2024 तक 1 नवंबर को दर्ज हुए अधिकतम तापमान पर नजर डालें तो अब तक का इस साल तीसरा उच्चतम अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। यह 34.9 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके पहले 1 नवंबर 1963 को 38 डिग्री और 2001 में 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। 20.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ 1 नवंबर की रात छठी सबसे गर्म रात रही।
अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक आमतौर पर नवंबर में चलने वाली उत्तरी-पश्चिमी हवाओं के असर से ठंड की शुरुआत होती है। अभी न तो अलनीनो और न ही ला नीना सक्रिय है। हालांकि प्रदेश में अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है और पहाड़ों पर बर्फबारी की शुरूआत हो गई है। वहीं सीएसए कानपुर के मौसम विभाग का कहना है कि इस वर्ष नवंबर से ज्यादा गर्मी पड़ी, जो किसानों के लिए अच्छी खबर नहीं है। हालांकि अब मौसम चेंज हुआ है। बारिश की संभावना बनी है। बारिश होने से गेहूं की फसल की पैदावर बढ़ेगी। दलहन फसलों को भी फाएदा होगा।