Diarrhea Cases in Lucknow : जानकीपुरम में डायरिया का प्रकोप, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर डिप्टी सीएम ने किया निरीक्षण

लखनऊ के जानकीपुरम में डायरिया के बढ़ते मामलों पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने निरीक्षण किया। उन्होंने मुफ्त इलाज, स्वास्थ्य शिविर, सफाई व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

Weather update: उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर लगातार जारी है। सोमवार को भी कई जिलों में भारी बरसात के आसार जताए गए हैं। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए 15 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और बाकी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, लखनऊ के ट्रांसगोमती इलाके, घैला, गुड़म्बा से लेकर चिनहट के आगे तक रेड अलर्ट घोषित किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दौरान बिजली गिरने और तेज गर्जना की संभावना भी है। उधर, लगातार भारी बारिश की वजह से पीलीभीत और बरेली जिले में स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट?

लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं समेत आसपास के क्षेत्रों में आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।

वहीं, प्रतापगढ़, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, अयोध्या, बस्ती, लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और श्रावस्ती समेत कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाओं (30-50 किमी प्रति घंटा) और भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

इसके अलावा सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, प्रयागराज, भदोही, वाराणसी, गाज़ीपुर, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, कौशांबी, फ़तेहपुर, इटावा, हाथरस, कासगंज, आज़मगढ़, उन्नाव, गौतमबुद्ध नगर, हरदोई, अलीगढ़, बुलंदशहर, हापुड़ और गाज़ियाबाद सहित कई जगह मध्यम से भारी बारिश के साथ तेज हवा और आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बताया गया है।

पीलीभीत में बाढ़ का खतरा बढ़ा

पीलीभीत में पिछले चार दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है। इसकी वजह से देवहा और शारदा नदियां उफान पर हैं। शहर और गांवों में पानी भर जाने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुख्य सड़कों से लेकर गलियों और घरों के अंदर तक पानी जमा हो गया है।

बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद हालात और बिगड़ गए हैं, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें पूरी तरह सतर्क हैं। निचले इलाकों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। बाढ़ चौकिया क्षेत्र और माधोटांडा मार्ग पर एक अधूरी पुलिया में पानी भरने से आवागमन पूरी तरह रुक गया है। इससे आसपास के करीब 20 गांवों के लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।

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