लखनऊ में भीषण अग्निकांड: फैजुल्लागंज में 100 से अधिक झोपड़ियां राख, गैस सिलिंडर फटने से भड़की आग

लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र स्थित फैजुल्लागंज झोपड़पट्टी में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आकर 100 से अधिक झोपड़ियां जलकर राख हो गईं।

Lucknow

Lucknow fire incident: लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत फैजुल्लागंज में सोमवार सुबह भीषण अग्निकांड ने कहर बरपा दिया। झोपड़ पट्टी में लगी आग ने 100 से अधिक झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे सैकड़ों परिवारों की गृहस्थी जलकर खाक हो गई। आग की भयावहता को बढ़ाने में झोपड़ियों में रखे रसोई गैस सिलिंडरों के फटने ने अहम भूमिका निभाई। मौके पर फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियां आग बुझाने में जुटीं। चीफ फायर ऑफिसर मंगेश कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी राहत और बचाव कार्यों का जायजा लेने पहुंचे। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग बदहवास हालत में इधर-उधर भागते नजर आए। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन नुकसान का सही आंकलन आग बुझने के बाद ही हो पाएगा।

आग की भयावहता ने मचाई तबाही

सोमवार तड़के जैसे ही आग लगने की सूचना मड़ियांव पुलिस Lucknow को मिली, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर रवाना हो गईं। फैजुल्लागंज की घनी झोपड़पट्टी में आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया। रसोई गैस सिलिंडरों में हुए धमाकों के चलते आग बार-बार भड़कती रही और लपटें आसमान छूने लगीं। पूरे इलाके में धुएं का घना गुबार फैल गया, जिससे दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सात दमकल गाड़ियों के अथक प्रयासों के बाद आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया।

गृहस्थी जलती देख फूट पड़ा मातम

आग की चपेट में आकर सैकड़ों परिवारों का सब कुछ राख हो गया। गृहस्थी जलती देख महिलाओं और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। कई परिवारों के पास न तो खाने को कुछ बचा है और न ही सिर पर छत। आग से प्रभावित लोग बेसहारा होकर सड़कों पर आ गए हैं। अधिकारियों ने पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है और कहा है कि राहत कार्य शीघ्र शुरू किए जाएंगे।

नुकसान का आकलन जारी, प्रशासन सतर्क

फिलहाल मड़ियांव पुलिस और प्रशासन द्वारा आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। राहत शिविर लगाने की तैयारी भी की जा रही है ताकि प्रभावित लोगों को तुरंत मदद मिल सके। चीफ फायर ऑफिसर मंगेश कुमार ने बताया कि प्राथमिकता पीड़ितों की मदद करना है। प्रशासन की टीम पीड़ितों के पुनर्वास की दिशा में आवश्यक कदम उठा रही है।

भारत ने पाकिस्तान पर की डिजिटल स्ट्राइक, शोएब अख्तर समेत बैन किए गए कई न्यूज के यूट्यूब चैनल्स

 

Exit mobile version