मेरठ में खरखोदा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम अलीपुर में पुरानी रंजिश के चलते सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां जेल से छूटकर आए हत्या आरोपी पर मृतक के परिवार वालों ने हमला बोल दिया। इस दौरान पीड़ित ने एक घर में घुसकर अपनी जान बचाई। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने पर आरोपी पक्ष मौके से फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने पीड़ित पक्ष को हिरासत में ले लिया है।
क्या है पूरा मामला
यह मामला खरखोदा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम अलीपुर का बताया जा रहा है। जहां करीब 7 साल पहले दो पक्षों में मारपीट के दौरान गांव के ही रहने वाले युवक आसिफ की मौत हो गई थी। मृतक के परिवार वालों ने गांव के ही रहने वाले मुस्तकीम, फारुख, आरिफ, नवाब, उमरदीन, अनवर के खिलाफ खरखोदा थाना में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया था।
7 साल की जेल काट कर मुस्तकीम करीब 5 माह पहले ही जमानत पर आया है। मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार सुबह मुस्तकीम बाइक से अपने ऑफिस पर ग्राम कुढ़ला निवासी अल्लादिया के साथ जा रहा था। इसी दौरान मृतक पक्ष के लोग रईसुद्दीन, जाहिद, परवेज, इंतजार, सावेज, अब्दुल रहमान, हसीन सहित आदि लोगों ने बाइक पर जाते समय मुस्तकीम और उसके साथी को पकड़कर मारपीट करनी शुरू कर दी।
मुस्तकीम का आरोप है कि आरोपी उसे जान से मारने का प्रयास कर रहे थे। मुस्तकीम किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर एक मकान में घुस गया। इस दौरान मुस्तकीम ने मामले की जानकारी डायल 112 पर पुलिस को दी।
जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस
मामले की जानकारी मिलने पर घटनास्थल पर पुलिस पहुंच गई। इस दौरान पुलिस ने पीड़ित को ही हिरासत में ले लिया। पीड़ित परिवार बृहस्पतिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचा लेकिन गणतंत्र दिवस के चलते एसएसपी नहीं मिल पाए। पीड़ित परिवार का आरोप है कि आरोपियों द्वारा मारपीट के दौरान मुस्तकीम गंभीर रूप से घायल हो गया। फिर भी पुलिस ने मुस्तकीम को ही हिरासत में लिया हुआ है जबकि आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
गांव में कुरैशी बिरादरी का सिर्फ एक ही मकान है
विवाद 2 बिरादरी के लोगों में है। गांव में कुरेशी बिरादरी के लोगों का एक ही मकान है। जबकि मृतक की बिरादरी के लोग भारी तादात में रहते हैं।