Domestic Violence Incident: मोनिका उर्फ रोली दुबे की उम्र सिर्फ 25 साल थी। पांच साल की शादी, चार साल का एक नन्हा बच्चा और भविष्य के कई सपनों से भरा घर। लेकिन प्रतापगढ़ की इस बेटी की जिंदगी घर के अंदर चल रहे झगड़ों, तनाव और रोज़ाना की कलह ने धीरे-धीरे खत्म कर दी। बुधवार दोपहर मोनिका ने जहर खाकर दम तोड़ दिया। इसके बाद मायका और पुलिस दोनों ही इस मौत के पीछे की सच्चाई जानने में जुट गए।
शादी के बाद बढ़ता तनाव
मोनिका की शादी 26 फरवरी 2020 को झांसी निवासी शिवम दुबे से हुई थी। एक बेटा ओम उनके जीवन में आया, लेकिन इसके बाद हालात बदतर होते गए। मायके वालों का कहना है कि शिवम बेंगलुरु में नौकरी करता था, लेकिन ना वह बच्चे की फीस देता था और ना ही घर का खर्च। पैसों को लेकर पति-पत्नी के बीच आए दिन झगड़े होते रहते थे, जिससे मोनिका बेहद तनाव में रहने लगी थी।
दो दिनों का विवाद जिसने सब खत्म कर दिया
परिवार की भाभी कोमल ने बताया कि शिवम लगभग दो महीने बाद मंगलवार को घर लौटा था। उसी रात पैसों को लेकर बहस हुई लेकिन परिवार ने समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया। लेकिन बुधवार सुबह फिर माहौल बिगड़ गया। मोनिका ने छिपकर अपनी भाभी को वीडियो कॉल पर दिखाया कि घर में फिर झगड़ा हो रहा है। आरोप है कि ननद ने पहले मोनिका को धक्का दिया, फिर पति, सास और ननद तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की।
सुबह मारपीट, दोपहर में जहर और शाम को मौत
भाभी के अनुसार सुबह 10 बजे के आसपास झगड़ा और मारपीट हुई। तनाव में आकर दोपहर 12 बजे मोनिका ने जहरीला पदार्थ खा लिया।
आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे तुरंत अस्पताल भी नहीं ले गए। हालत बिगड़ने पर शाम 4 बजे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां मोनिका ने दम तोड़ दिया।
अंतिम संस्कार से पहले सामने आया मासूम का बयान
गुरुवार सुबह जब मायके वाले झांसी पहुंचे, तो देखा कि अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी और ननद घर से गायब थी। परिवार ने तुरंत पुलिस को बुलाया चार साल के बेटे ओम ने पुलिस को बताया, “पापा और बुआ ने मम्मी को बहुत मारा। लड़ाई के समय मैंने फोटो भी ली थी।” इस बयान के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार रुकवाकर शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कानूनी कार्रवाई जारी
शिकायत के बाद पुलिस ने पति शिवम, सास और ननद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और बच्चे के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
