UP School Closed : दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे हालात चिंताजनक हो गए हैं। इस स्थिति को देखते हुए सरकारों ने ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के चरण 4 की सख्त पाबंदियां लागू कर दी हैं। दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए कड़े कदम उठाए गए हैं। आइए जानते हैं, कौन से हैॆ नोएडा-गाजियाबाद के बाद वह जिलों जहां 12 तक के स्कूल बंद कर दिए हैं.
ऑनलाइन क्लासेस शुरू
नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, और हापुड़ समेत कई जिलों में कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष वर्मा ने आदेश जारी कर इन स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस चलाने के निर्देश दिए हैं। मेरठ के डीएम दीपक मीणा ने भी सभी स्कूलों को अग्रिम आदेश तक बंद रखने और ऑनलाइन शिक्षण जारी रखने का आदेश दिया है।
गौतमबुद्ध नगर में विशेष निर्देश
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी स्कूलों में आउटडोर गतिविधियों पर रोक लगा दी है। बीमार बच्चों को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा, और उनकी गैरमौजूदगी को अनुपस्थित नहीं माना जाएगा।
हापुड़ और गाजियाबाद में गंभीर स्थिति
हापुड़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 571 के खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। इसे देखते हुए डीआईओएस ने मंगलवार को सभी स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश का आदेश दिया है। गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने भी कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को ऑफलाइन बंद कर ऑनलाइन शिक्षण शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं।
नोएडा और गाजियाबाद में AQI 400 के पार
नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुंच गया है, जो खतरनाक स्तर पर है। स्मॉग के कारण पूरे दिन वातावरण धुंध से घिरा रहा। इसके मद्देनजर ग्रेप-4 का सख्ती से पालन कराने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है।
दिल्ली के बाद यूपी में कड़े फैसले
दिल्ली में स्कूलों को बंद करने के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के जिलों ने भी प्रदूषण से बचाव के लिए सख्त कदम उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार ने जानकारी दी है कि ग्रेप-4 के तहत एनसीआर के सभी प्रभावित जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। प्रदूषण के इस खतरनाक स्तर पर नियंत्रण के लिए सरकारी एजेंसियां सख्त कदम उठा रही हैं, लेकिन हालात सामान्य होने में अभी समय लग सकता है।