नोएडा ऑनलाइन डेस्क। खूबसूरत चेहरा और चेहरे पर हल्की मुस्कान। हर वक्त चेहरे पर मासूमियत। हिन्दी के साथ अंग्रेजी भाषा का भी था ज्ञान। इन्हीं खूफियां के चलते देवरानी-जेठानी की जोड़ी लोगों को भा जाती। फिर क्या था लोग उन्हें घरेलू काम पर रख लेते। नौकरी मिलते ही वह सबसे पहले घर की लेडी मुखिया को अपने जाल में फंसाती। उसका दिल जीतती। इसके बाद मौका मिलते ही घर की तिजोरी को खोलकर उसके अंदर रखे पैसे-जेवरात लेकर फरार हो जाया करती। नोएडा पुलिस ने दोनों शातिर महिलाओं को कड़ी मशक्कत के बाद बंगाल से अरेस्ट कर लिया है। पुलिस टीम ने उनके पास से करीब 88 लाख रुपये की ज्वेलरी और नकदी बरामद की है। पकड़ी गई महिलाओं के नाम मामूनी जना उर्फ मोनी और आशा उर्फ मामोनी उर्फ मोनी यादव बताए गए हैं।
दरअसल, नोएडा के थाना सेक्टर-24 और थाना सेक्टर-49 के सेक्टर-12 के पी ब्लॉक और सेक्टर-49 के बरौला गांव में चोरी की घटनाएं सामने आई थीं। पीड़ित पक्ष ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया था।. दोनों ही केस में घरेलू सहायिकाओं ने काम पर रखे जाने के महज एक हफ्ते के अंदर ही इन घटनाओं को अंजाम दिया था। केस दर्ज करने के बाद दोनों थानों की पुलिस ने महिलाओं की गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन शुरू किया। जांच के लिए पुलिस ने करीब 300 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इसीबीच पुलिस को दोनों महिलाएं का इनपुट मिला। पुलिस को उसके मुखबिर के जरिए पता चला कि दोनों महिलाएं चोरों की घटना को अंजाम देने के अपने घर पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में भाग गई हैं। जानकारी मिलते ही आलाधिकारी हरकत में आए और चोरनी महिलाओं की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की एक टीम का गठन किया।
आलाधिकारियों ने दोनों थानों से पुलिसवालों को लेकर एक ज्वाइंट टीम बनाई। टीम नोएडा से सीधे मिदनापुर के लिए रवाना हुई। मिदनापुर पहुंचते ही पुलिस ने एक घर पर रेड की और दोनों महिलाओं को दबोच लिया। पुलिस ने महिलाओं के पास से पुलिस ने 85 रुपए की कीमत के सोने और हीरे की ज्वेलरी और करीब 2.89 लाख कैश बरामद किया है। आरोपी महिलाओं को गिरफ्तारी के बाद तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर नोएडा लाया गया। पुलिस दोनों महिलाओं को ट्रांजिट रिमांड पर नोएडा लेकर आई गई है। महिलाओं की पहचान मामुनी जाना उर्फ मोनी (31) और आशा उर्फ मामोनी (30) के रूप में हुई है। मामुनी ने सेक्टर 24 में, जबकि आशा ने सेक्टर 49 में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
दोनों महिलाओं ने पुलिस को बताया कि वह पिछले पांच सालों से नोएडा में रह रही है। दोनों रिश्ते में देवरानी-जेठानी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इन महिलाओं ने घरेलू सहायिका बनकर पहली बार चोरी नहीं की है। इससे पहले भी कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुकी है। दोनों महिलाएं घरों में काम करने की खोज में अलग-अलग सेक्टरों में घूमती रही थी। उन्हें काम पर रखने के बाद वह कुछ ही समय में मालिकों की दिल जीत लिया करती थी। इसके बाद मौका मिलते ही वह सोने-चांदी और हीरे की ज्वेलरी के साथ-साथ कैश लेकर फरार हो जाती थी। जांच में यह भी पता चला कि सोने को पिघलाकर वह सुनार के पास घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर बात कहकर बेच दिया करती थी और फिर अगले टारगेट की तलाश में लग जाती थी। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।










