Om Prakash Rajbhar RSS: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने एक नया संगठन बनाकर राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। उन्होंने ‘राष्ट्रीय सुहेलदेव सेना’ (RSS) नामक अपनी निजी सेना तैयार की है, जिसके सैनिक अब बाकायदा नीली वर्दी, पीली बेल्ट, कंधे पर सितारे और सिर पर बैरेट कैप पहने दिखाई दे रहे हैं। सैनिकों के हाथ में पीला डंडा भी है।
राजभर का यह कदम अन्य राज्यों में भी सुर्खियाँ बटोर रहा है, क्योंकि उन्होंने इस सेना को गांवों के युवाओं को कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) के रास्ते पर लाने का जरिया बताया है। सेना में कमांडर, सीओ और इंस्पेक्टर जैसे पद बनाए गए हैं। इसका शुरुआती लक्ष्य प्रदेश के 22 जिलों में एक लाख लोगों को जोड़ना है। [118 शब्द]
कैसी है ओम प्रकाश राजभर की RSS?
Om Prakash Rajbhar की इस नई सेना में सैनिकों को एक विशिष्ट पहचान दी गई है। सैनिकों के लिए नीले रंग की यूनिफॉर्म, पीली बेल्ट, छाती पर बैच और सिर पर बैरेट कैप अनिवार्य है। इसके अलावा, सैनिकों के पास पीला डंडा भी है। सेना के भीतर पदों की एक श्रृंखला है, जिसमें कमांडर, सीओ, डीएसपी, एसआई और इंस्पेक्टर जैसे पद शामिल हैं। इन पदों के अनुसार ही सैनिकों की वर्दी के कंधों पर सितारे भी लगाए गए हैं।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के नेता अरुण राजभर के अनुसार, पार्टी ने पहले भी सुहेलदेव सेना बनाई थी, लेकिन तब सैनिकों के लिए कोई औपचारिक वर्दी नहीं थी। उस समय, वे पीले गमछे या पीली टी-शर्ट में दिखाई देते थे। अब, यह आधिकारिक वर्दी लॉन्च की गई है, जो सेना को एक संगठित स्वरूप देती है।
ओम प्रकाश राजभर की आरएसएस की शुरुआत कहां से?
Om Prakash Rajbhar का दावा है कि इस सेना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को सहयोग करना और उन्हें कौशल विकास के रास्ते पर लाना है। ओम प्रकाश राजभर खुद इस सेना को ट्रेनिंग देने की बात कहते हैं। इस ट्रेनिंग प्रक्रिया में रिटायर्ड आईएएस, पीसीएस अधिकारी और लेखपाल जैसे अनुभवी लोग भी सैनिकों का मार्गदर्शन करेंगे।
बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुहेलदेव सेना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में की गई है। राजभर का प्रारंभिक लक्ष्य अपनी आर्मी में एक लाख लोगों को जोड़ना है। यह संगठन Om Prakash Rajbhar की राजनीतिक रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य अपने समाज के युवाओं को संगठित कर उन्हें प्रशिक्षित करना और पार्टी के आधार को मजबूत करना है।










