लक्सर में शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्रों को लेकर बड़ी कार्रवाई। बता दें कि फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी नौकरी हथियाने वाले चर्चित प्रकरण में 2 शातिर अपराधियों की आज अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया है। खानपुर पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमे के आधार पर दबिश के जरिए उनके घरों से दोनों की धरपकड़ करी गई थी।
मामला चर्चा में आते ही SIT का गठन किया गया
उत्तराखंड में लम्बे वक्त से चल रहा शिक्षा विभाग में गड़बड़ी का मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा। बताते चलें की खबर लक्सर से आ रही है जहां शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी नौकरी हथियाने वाले चर्चित प्रकरण में 2 शातिर अपराधियों की आज अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया है। दरअसल उत्तर प्रदेश स्थित मुरादाबाद जिले के खिदमतपुर नामक गांव निवासी शशि पाल पुत्र मलखान सिंह नामक युवक ने उत्तराखंड के मूल निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी में नियुक्ति पा ली थी। वहीं दूसरी तऱफ उत्तर प्रदेश के ही बिजनौर जनपद स्थित शिवाला नामक गांव निवासी पंकज कुमार पुत्र राज बहादुर नामक अभियुक्त भी अपनी बुआ के लड़के के प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी करता चला रहा था। जिसके बाद शिकायत कर मामला चर्चा में आया। तो वहीं स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT का गठन किया गया।
खानपुर पुलिस द्वारा उनपर मुकदमा दर्ज किया गया
SIT की जांच में सारा फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया। जिसके बाद दोनों साथियों का राज खुलते ही खानपुर पुलिस द्वारा उनपर मुकदमा दर्ज किया गया। बता दें कि मुकदमे के आधार पर दबिश के जरिए उनके घरों से दोनों की धरपकड़ कर ली गई। जिनका मामला जमानत याचिका दायर करते हुए न्यायालय में दाखिल किया गया था। मगर मामले का गंभीरता पूर्वक ध्यानाकर्षण करते हुए न्यायालय की खंडपीठ के रूप में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा दोनों अभियुक्तों की जमानत याचिका को आज आदेश पारित करते हुए खारिज कर दिया गया है !