कनपुर ऑनलाइन डेस्क। ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा की पत्नी लुटेरी दुल्हन निकली। शातिर महिला ने दरोगा के बुलंदशहर स्थित घर का ताला तोड़कर सारा सामान लूट ले गई। लुटेरी बीवी की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई। जानकारी मिलने पर दरोगा ने सोमवार देररात पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। कानपुर पुलिस ने बुलंदशहर पुलिस से भी संपर्क किया है।
पहले जानें क्या है पूरा मामला
दअसल, कानपुर के ग्वालटोली में पदस्थ सब इंस्पेक्टर आदित्य कुमार लोचव मुलरूप से बुलंदशहर के बीबीनगर में निवासी हैं। सब इंस्पेक्टर के पिता ऋषिपाल और मां राजेश देवी का निधन हो चुका है। सब इंस्पेक्टर का एक भाई है, जो दिब्यांग हैं। आदित्य की शादी17 फरवरी 2024 को मेरठ मवाना थाने के पास रहने वाली दिव्यांशी चौधरी के साथ हुई थी। दोनों की शादी आदित्य के ताऊ ने करवाई थी। शादी के बाद से पत्नी दिव्यांशी पढ़ाई का हवाला देकर मायके चली जाया कतर थी।
दरोगा का आरोप
दरोगा आदित्य कुमार लोचव ने बताया कि जब भी पत्नी मायके से ससुराल आती तो अपने मोबाइल से गूगल-पे, फोन-पे समेत अन्य यूपीआई एप डिलीट कर देती थी। मगर जब मैं ड्यूटी पर होता तो वह मुझसे ऑनलाइन रुपए मांगती थी। शादी के चार महीने बाद मैं छुट्टी पर घर आया था। मैंने जैसे ही दिव्यांशी का मोबाइल लिया तो वह बेचैन हो उठी। मैंने जबरन सभी यूपीआई एप डाउनलोड कराए। एप की जांच की। ट्रांजेक्शन हिस्ट्री में 10 से ज्यादा खाते और करोड़ों का ट्रांजैक्शन देखकर मैं दंग रह गया।
दरोगा पर पत्नी ने लगाए थे आरोप
दरोगा आदित्य कुमार लोचव ने बताया कि, जब मैंने पत्नी से पैसे के बारे में जानकारी ली तो वह झगड़ा कर मायके चली गई। दरोगा उसे लेने के लिए गया पर पत्नी ससुराल आने को तैयार नहीं हुई। बीते 25 नवंबर को दिव्यांशी कानपुर पुलिस कमिश्नर ऑफिस में पहुंची। आदित्य पर परेशान करने और साढ़े 14 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया। दिव्यांशी ने दरोगा पति पर कई अन्य महिलाओं से संबंध होने के आरोप लगाए। दिव्यांशी ने इस दौरान पुलिस कमिश्नर आवास के बाहर हाई वोल्टेज ड्राम किया और दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की।
सीपी को दरोगा ने सुनाई दास्तां
पुलिस कमिश्नर ने दिव्यांशी की शिकायत पर दरोगा को तलब कर लिया। दरोगा ने सीपी को पूरी घटना की जानकारी दी। दरोगा ने सीपी को बताया कि दिव्यांशी के खाते से 10 खातों में करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ था। दिव्यांशी पहले 3 शादी कर चुकी है। वर्ष 2020, में पहले पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। विवेचना के दौरान जब मजिस्ट्रेट के सामने बयान हुए तो वह पलट गई। इसी तरह से उसने बैंक के दो ब्रांच मैनेजरों को भी फंसाया था। दरोगा ने सारे साक्ष्य सीपी को दिए और जांच कराए जाने की मांग की।
सीपी ने बनाई एसआईटी
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने महिला पुलिस अधिकारी अमिता सिंह की निगरानी में एक एसआईटी का गठन किया। एसआईटी चीफ सृष्टि सिंह ने पूरे मामले की जांच की और पाया कि दरोगा के एक-एक आरोप सही हैं। एसआईटी ने डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी को रिपोर्ट भेज दी। रिपोर्ट मिलने के बाद दिव्यांशी पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। वहीं दरोगा को दोषमुक्त घोषित कर दिया। जल्द ही कानपुर पुलिस बुलंदशहर जाएगी और दिव्यांशी को अरेस्ट कर पूछताछ करेगी।
10 जनवरी को लूट की घटना को दिया अंजाम
दरोगा आदित्य लोचव ने उन्होंने बताया, 10 जनवरी को पत्नी दिव्यांशी बुलंदशहर स्थित उनके घर पर पहुंची। यहां उसने पुलिस के सामने उनके आवास का ताला तोड़ दिया। इसके बाद उसकी मां अंजू आर्या और भाभी प्रिया भी आ गईं। ये लोग घर का सामान लूट ले गए। फिर आवास पर कब्जा कर लिया। सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस दरोगा के मोबाइल पर भी है। जैसे ही उसने मोबाइल में देखा कि उसके घर का ताला तोड़ दिया गया। दरोगा ने तत्काल बुलंदशहर के एसएसपी से बात की और शिकायत दर्ज कराई।
दरोगा की पत्नी पर एफआईअर
इसके बाद दरोगा ने कानपुर कमिश्नर को सीसीटीवी निकालकर सौंपे। इसके बाद सोमवार देर रात ग्वालटोली थाने में पुलिस ने दरोगा की पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मामले पर गठित एसआईटी की जांच 15 दिन पहले पूरी कर ली थी। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की संस्तुति की गई थी। लेकिन फाइल डीसीपी सेंट्रल के दफ्तर में दबी हुई है। इस पर कमिश्नर ने डीसीपी दिनेश त्रिपाठी को तलब किया है।