Priyanka Gandhi: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को फलस्तीन लिखा हुआ बैग लेकर संसद पहुंची। इसको लेकर भाजपा ने तीखा हमला बोलते हुए इसे “तुष्टिकरण की राजनीति” बताया है। वहीं, इसपर यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी निशाना साधा है। सीएम योगी ने कहा कि हम UP के लड़कों को इजरायल भेज रहे हैं और प्रियंका फिलिस्तीन का बैग लेकर चल रही हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी पर करारा हमला बोला। सीएम योगी ने कहा, “कल हमने देखा कि एक कांग्रेस नेत्री फलस्तीनी बैग लेकर घूम रही हैं। एक तरफ हम यूपी के नौजवानों को इजराइल भेज रहे हैं, जहां उन्हें डेढ़ लाख रुपये महीने की तनख्वाह मिल रही है। कांग्रेस की यह मानसिकता भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा दे रही है।”
प्रियंका गांधी के फिलिस्तीनी बैग पर सीएम योगी ने बोला हमला…
प्रियंका फिलिस्तीन का बैग लेकर चल रही हैं : सीएम योगी
हम UP के लड़कों को इजरायल भेज रहे हैं : सीएम योगी
वो हर महीने अपने घर डेढ़ लाख रुपये भेजते हैं : सीएम योगी#UttarPradesh #CMYogi #BJP #PriyankaGandhi… pic.twitter.com/SsTOsBSqSi
— News1India (@News1IndiaTweet) December 17, 2024
भाजपा ने हाथों-हाथ लिया मुद्दा
सीएम योगी ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी को देश के मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी जानबूझकर अन्य देशों के विवादास्पद मुद्दों को उठाकर देश के युवाओं का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। वहीं, भाजपा ने भी इस मुद्दे को हाथो-हाथ लिया। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि प्रियंका गांधी के इन कदमों से यह साफ हो गया है कि वह भारत की तुलना में दूसरे देशों के मुद्दों को प्राथमिकता दे रही हैं।
बवाल के बाद प्रियंका का दूसरा बैग
बता दें कि Priyanka Gandhi सोमवार को संसद में एक बैग लेकर पहुंची थीं, जिस पर “फलस्तीन” लिखा था और तरबूज का प्रतीक बना हुआ था, जो फलस्तीन के समर्थन का एक वैश्विक प्रतीक माना जाता है। इसके अगले ही दिन मंगलवार को उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के विरोध में एक और प्रतीकात्मक विरोध किया। इस बार उनके बैग पर लिखा था, “बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो।”
विपक्ष का पलटवार
विपक्षी दलों ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए सरकार पर निशाना साधा। विपक्षी नेताओं ने कहा कि सरकार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर ठोस कूटनीतिक कदम उठाने चाहिए। विपक्ष ने इसे “वसुधैव कुटुम्बकम” के भारतीय आदर्शों की अनदेखी बताया।