कानपुर ऑनलाइन डेस्क। देश में आज हर्षोउल्लास के साथ गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। सरकारी कार्यालयों के अलावा प्राईवेट सेक्टर्स में आन-बान और शान के साथ तिरंगा फहराया गया। वहीं कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की एक अनोखी पहल ने सबका दील जीत लिया। डीएम ने ऑटो चालक को गणतंत्र दिवस की परेड पर बतौर गेस्ट आमंत्रित किया और उसके साथ तिरंगा फहराया। डीएम के साथ ऑटो ड्राइवर राकेश सोनी ने शपथ भी ली। इस मौके पर ऑटो चालक राकेश सोनी ने कहा कि वह बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। डीएम साहब ने इतना बड़ा सम्मान दे दिया कि मैं कभी सपने में भी नहीं सोच सकता। मेरे परिवार को यकीन नहीं हो रहा है।
पहले जानें पूरा मामला
दरअसल, 30 दिसंबर को चालक राकेश सोनी ऑटो में सवारियों को लेकर नौबस्ता से बरादेवी जा रहा था। इसी बीच, एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने ऑटो पर पीछे से डंडा मारा और पर्दा फाड़ने लगा। ऑटो चालक ने कांस्टेबल से हाथ जोड़कर माफी मांगी। पर कांस्टेबल ने पिटाई शुरू कर दी। आरोप है कि कांस्टेबल ने चालक के मुंह के अंदर डंडा डालने का प्रयास किया। ऑटो का करीब दो हजार रूपए का नुकसान कर दिया। पुलिस प्रताड़ना से आहत होकर चालक 31 दिसंबर को पुलिस में जाकर शिकायत पत्र दिया, लेकिन जांच नहीं हुई। जानकारी मिलने पर कांस्टेबल ने ऑटो चालक को धमकी दी। ऑटो की फोटो खींच ली। चालक फिर से पुलिस के पास गया पर सुनवाई नहीं हुई।
इसलिए इच्छा मृत्यु मांगी थी, लेकिन
ऑटो चालक राकेश सोनी ने बताया कि पुलिस में सुनवाई नहीं होने पर मैंने डीएम साहब से शिकायत की। जिनको पहले शिकायत की थी, उनका ट्रांसफर हो गया। नए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह आए। जब मुझे पता चला कि वह गरीब बच्चों की स्कूल फीस अपनी जेब से भर रहे हैं। तब मुझे लगा कि ये गरीब लोगों की मदद करेंगे। मैंने एक बार फिर उनसे मिलकर शिकायत की। राकेश ने बताया कि अपमान से आहत था, इसलिए इच्छा मृत्यु मांगी थी, लेकिन अब शिकायत के बाद वो कैंसिल कर दिया। डीएम ने कहा, तुम्हारा अपमान हुआ है न । ठीक है, मैं तुम्हें सम्मानित करवाऊंगा। तुम गणतंत्र दिवस के दिन कलेक्ट्रेट आना। वहां चीफ गेस्ट बनोगे। यह सब सुनकर मुझे लगा कि अधिकारी हैं, कह रहे हैं, मगर ऐसा होगा नहीं। मगर शाम को एक अधिकारी निमंत्रण पत्र लेकर मेरे घर आ गए। मुझे लिखित न्योता देकर गए।
ऑटो चालक बहुत खुश नजर आया
ऑटो चालक ने पत्नी से पैसे लेकर नए पकड़ खरीदे और गणतंत्र दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट पहुंचा। डीएम ने उसका स्वागत कर बगल कह कुर्सी पर बैठाया। फिर डीएम के साथ मिलकर ऑटो चालक ने तिरंगा फहराया। साथ ही शपथ भी ली। इस मौके पर डीएम ने ऑटो चालक से कहा कि गणतंत्र का मतलब है कि प्रशासन जनता के लिए काम करे। कई बार आवेश में कुछ गलतियां हों जाती हैं, हालांकि ऐसा होना नहीं चाहिए। डीएम से सम्मान पाकर ऑटो चालक बहुत खुश नजर आया।
500 रुपए रोज ऑटो का किराया देता हूं
ऑटो चालक ने कहा कि ऑटो ड्राइवर को कोई कुछ समझ नहीं सकता है। 500 रुपए रोज ऑटो का किराया देता हूं। दिन का 300 से 400 रुपए कमा पाता हूं। पत्नी स्कूल में आया का काम करती है। किराए के मकान में रहता हूं। जैसे-तैसे गुजारा करता हूं। इतने अभावों के बीच सम्मान से जीवन जी रहा हूं। यह अवसर मेरी जिंदगी का बहुत बड़ा अवसर है।