Saharanpur में रामलीला के दौरान ताड़का वध प्रसंग में पत्थरबाजी, तीन कलाकार घायल

सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र में रामलीला के दौरान ताड़का वध प्रसंग में अचानक पत्थरबाजी से अफरा-तफरी मच गई। तीन कलाकार घायल हो गए और मोबाइल चोरी की वारदात भी सामने आई। घटना से श्रद्धालु आक्रोशित हैं।

Saharanpur Ramlila News: सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र के ककराली सरोवर पर आयोजित रामलीला मंचन के दौरान शनिवार रात अचानक अफरा-तफरी मच गई। ताड़का वध प्रसंग का मंचन चल रहा था कि कुछ असामाजिक तत्वों ने मंच की ओर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इस हमले में तीन कलाकार घायल हो गए। नीरज पाहुजा को गंभीर चोट आई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अचानक हुई पत्थरबाजी से मंच पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। दर्शक दहशत में आ गए और कुछ देर के लिए मंचन रोकना पड़ा। बाद में आयोजकों के प्रयास से माहौल शांत हुआ और रामलीला दोबारा शुरू की गई। इस घटना ने श्रद्धालुओं और कलाकारों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया।

मंचन के बीच हमला और भगदड़

शनिवार देर रात करीब 10 बजे ताड़का वध का दृश्य चल रहा था। दर्शकों की भारी भीड़ तालियों और जयकारों से कलाकारों का उत्साह बढ़ा रही थी। तभी कुछ शरारती तत्वों ने अचानक मंच की ओर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इससे मंच पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कलाकार जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस हमले में नीरज पाहुजा, हैप्पी कथूरिया और सुमित कथूरिया घायल हो गए। नीरज पाहुजा की हालत गंभीर बताई जा रही है।

चोरी की वारदात और आक्रोश

पत्थरबाजी के दौरान असामाजिक तत्वों ने अफरा-तफरी का फायदा उठाकर मोबाइल फोन चोरी कर लिए। इनमें Saharanpur भाजपा के पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष दीपक गर्ग का मोबाइल भी शामिल है। इस घटना से लोगों में और आक्रोश फैल गया। श्रद्धालुओं ने कहा कि धार्मिक आयोजनों को निशाना बनाकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

Saharanpur रामलीला मंडल के अध्यक्ष रघुनंदन गोयल ने Saharanpur पुलिस को तहरीर देकर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल की सीसीटीवी और मोबाइल फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही पत्थरबाजी और चोरी में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।

सामाजिक संदेश

धार्मिक आयोजन हमारी आस्था और संस्कृति की पहचान हैं। इन्हें बिगाड़ने की कोशिश करने वाले समाज के दुश्मन हैं। हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह शांति, सद्भाव और भाईचारे को बनाए रखे, ताकि हमारी परंपराएं सुरक्षित और भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायी बनी रहें।

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