Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। हिंसा भड़काने के आरोप में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क, स्थानीय विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल, सदर विधायक इकबाल महमूद और सोहेल महमूद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन नेताओं ने सुनियोजित तरीके से हिंसा को भड़काया, जिससे इलाके में जमकर उपद्रव हुआ। पुलिस ने रात भर छापेमारी की और हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी।
संभल, यूपी में हिंसा की ये Video पुलिस ने जारी की है।
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर दंगा भड़काने की FIR हुई है। 2750 अज्ञात लोगों के कुल 7 FIR हुई हैं। 25 गिरफ्तारियां हैं। दंगाइयों के पोस्टर बनाए जा रहे हैं। pic.twitter.com/Uk2SCJfHJw
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 25, 2024
हिंसा का कारण और पुलिस की प्रतिक्रिया
Sambhal में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान अचानक भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। जब पुलिस ने इलाके को खाली कराने की कोशिश की, तो उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया और वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने आंसू गैस और लाठियों का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस हिंसा के परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई, जिनकी पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान, और मोहम्मद कैफ के रूप में हुई। पुलिस ने इस मामले में 21 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।
Sambhal के हालात और प्रशासन की कार्रवाई
संभल में हिंसा के बाद सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस को संभल में तैनात किया गया है। इलाके में इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है, ताकि अफवाहों से बचा जा सके। जिला प्रशासन ने 25 नवंबर तक स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। इसके अलावा, बाहरी लोगों की जिले में एंट्री पर 1 दिसंबर तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। हिंसा के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत भी की गई है। आयोग को एक वीडियो भेजा गया है, जिसमें पुलिस की फायरिंग में चार लोगों की मौत होने का आरोप है।
मुआवजे की मांग
हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी और अन्य नेताओं ने मामले में सरकार पर निशाना साधा है। भीम आर्मी के प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने संभल आने की घोषणा की है। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मिलने और इस हिंसा के असल कारणों को सामने लाने की बात कही है। उनका कहना था कि पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर गोली चलाकर उनकी जान ली। चंद्रशेखर आजाद ने सरकार से मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग की है।
Sambhal में हिंसा के बाद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है, और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं।