पड़ोसी मुल्र्क नेपाल से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अचानक छोड़े गए पानी की वजह से बाराबंकी में सरयू नदी उफान पर है। इसका जलस्तर प्रतिघंटे 2 सेमी बढ़ रहा है। नदी की बढ़ सही जलस्तर की निगरानी के लिए राजस्व टीमें लगाई गई हैं।
दर्जनों गांव में बाढ़ का खतरा
नेपाल से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी और लगातार हो रही बारिश के चलते बाराबंकी से होकर गुजरी सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। नदी का जलस्तर प्रति घंटे 2 सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से रामसनेही घाट, रामनगर और सिरौलीगौसपुर तहसील के दर्जनों गांवो में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के बाद ग्रामीणों में बाढ़ को लेकर दहशत का माहौल है। प्रशासन ने नदी के तलहटी में बसे गांव के लोगों को अलर्ट किया है और निगरानी के लिए राजस्व टीमें लगाई गई हैं।
खतरे के निशान से 23 सेमी ऊपर पानी
बता दें कि बाराबंकी जिले में एक माह से घट-बढ़ रही सरयू नदी के जलस्तर ने रविवार को खतरे के निशान को पार कर दिया है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के बाद बाराबंकी की रामनगर, सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के करीब सैकड़ों गांवों में हड़कंप मच गया है। बढ़े हुए जलस्तर ने सैकड़ों बीघा धान व गन्ने की फसल तबाह कर दी है। पानी गांवों में घुसने वाला है, इसलिए नदी किनारे बसे गांव खाली हो रहे हैं।
बाढ़ से सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद
सरयू की बाढ़ से रामनगर, सिरौलीगौसपुर व रामसनेहीघाट के करीब 100 से अधिक गांव प्रभावित होते है। शनिवार की रात नेपाल के बैराजों से दो लाख 72 हजार क्यूसेक छोड़े जाने व बरसात होने से नदी खतरे का निशान 106.070 सेमी. पार करते हुए 106.196 सेमी. पर पहुंच गई है। नदी में बाढ़ से कई गांवों की सैकड़ों बीघा गन्ने व धान की फसल नदी में समा गई है।
निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बाराबंकी एडीएम अरुण कुमार सिंह ने बताया है कि आज घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए ऊपर पहुंच गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद हम लोगों ने अलर्ट जारी कर दिया है। बाहर से बचाव को लेकर तीनों तहसीलों के एसडीएम, तहसीलदार व अन्य कर्मचारी सक्रिय हैं। हमारी बाढ़ चौकियां, राहत शिविर, हमारा कंट्रोल रूम सब सक्रिय हैं। नाव-नाविक गोताखोरों की व्यवस्था कर दी गई है। किसी भी स्थिति से हम लोग निपटने के लिए तैयार हैं।