Sawan Somwar: सावन महीने के पहले सोमवार को लेकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में जबरदस्त तैयारियां की गई हैं। कांवड़ यात्रा और मंदिरों में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। हरिद्वार, ऋषिकेश, गाजियाबाद, मेरठ, मुज़फ्फरनगर जैसे इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है। ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों और रूट डायवर्जन के ज़रिए निगरानी की जा रही है। दिल्ली के बड़े शिव मंदिरों में विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस इस बार सिर्फ़ रक्षक ही नहीं बल्कि मित्र की भूमिका में भी दिखाई दे रही है। कहीं गंगाजल की व्यवस्था तो कहीं आरामगाह—प्रशासन का मकसद है कि आस्था और सुरक्षा दोनों को संतुलित रखा जाए।
दिल्ली-यूपी-उत्तराखंड में सख़्त सुरक्षा और विशेष इंतजाम
Sawan के पहले सोमवार पर लाखों श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश, मेरठ, गाज़ियाबाद जैसे क्षेत्रों में भारी भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में 16 सुपर ज़ोन, 38 ज़ोन और 134 सेक्टर में व्यवस्था की गई है, जबकि हरिद्वार में 2 एटीएस टीम, 8 CPAF कंपनी और 9 PAC कंपनियों की तैनाती की गई है।
उत्तर प्रदेश में मेरठ रेंज के 4 जिलों में 15 हज़ार पुलिसकर्मी ड्यूटी पर हैं, गाजियाबाद में 1500 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी हो रही है। मेरठ में 464, बुलंदशहर में 176, बागपत में 90 और हापुड़ में 108 विश्राम कैंप बनाए गए हैं। मेरठ प्रशासन ने होटल-ढाबों में मांस, मछली और अंडे पकाने पर रोक लगा दी है।
कांवड़ खंडित होने पर भी चिंता नहीं, गंगाजल थानों में मौजूद
गाजियाबाद पुलिस ने कांवड़ियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष पहल की है। कांवड़ यात्रा के दौरान यदि किसी श्रद्धालु की कांवड़ खंडित हो जाती है तो थाने में ही उसे नया गंगाजल और कांवड़ दी जाएगी। इसके लिए हर थाने में 4-5 जेरिकेन में 20-20 लीटर गंगाजल रखा गया है। पुलिस हरिद्वार से 1400 लीटर गंगाजल ला चुकी है। इससे कांवड़ियों की आस्था को ठेस न पहुंचे, इसका खास ख्याल रखा जा रहा है।
शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए उमड़ा जनसैलाब
दिल्ली के कालकाजी, झंडेवाला, गौरी शंकर और प्राचीन कात्यायनी मंदिरों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। मंदिरों के प्रवेश द्वारों पर बैरियर लगाकर भीड़ नियंत्रण किया गया है और मंदिर परिसर में जल, भोजन, स्वास्थ्य और विश्राम की समुचित व्यवस्था की गई है। पुलिस ने साफ निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा में शामिल किसी भी भक्त की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
आस्था और भक्ति के साथ करोड़ों भक्तों की भागीदारी
इस बार यूपी सरकार को उम्मीद है कि 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में भाग लेंगे। पिछले साल 4.8 करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए थे, जबकि 2022 में 3.8 करोड़ और 2023 में 3 करोड़ शिवभक्त यात्रा में शामिल हुए थे।
Sawan सोमवार न केवल धार्मिक पूजा का दिन है, बल्कि आत्मचिंतन और जीवन में नई शुरुआत का अवसर भी है। श्रद्धालु सुबह स्नान कर शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाते हैं और व्रत रखकर ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते हैं। यह दिन भक्तों के लिए आस्था, उम्मीद और सकारात्मकता से भरने वाला होता है।