Hardoi medical miracle: हरदोई जिले के मेडिकल कॉलेज में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जब एक महिला के पेट से 7 किलो की गांठ निकाली गई। महिला, जो लंबे समय से पेट दर्द और सांस लेने में कठिनाई से जूझ रही थी, को पहले गर्भवती समझा गया था, लेकिन सच्चाई इससे कहीं अलग थी। डॉक्टरों की एक टीम ने सर्जरी के जरिए महिला को नया जीवनदान दिया। ऑपरेशन के बाद महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है और सामान्य जीवन जीने में सक्षम है। यह घटना न सिर्फ चमत्कारी थी, बल्कि चिकित्सा विज्ञान की एक बड़ी सफलता भी मानी जा रही है।
सहाना की हालत और पहचान की गई समस्या
ग्राम पंचायत निजामपुर की रहने वाली सहाना लंबे समय से पेट में दर्द और सांस लेने में कठिनाई का (Hardoi) सामना कर रही थीं। परिजनों को लगा कि वह गर्भवती हैं, लेकिन कई महीनों तक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। महिला की हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि वह सामान्य जीवन जीने में असमर्थ हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने उसे डॉक्टर के पास ले जाने का निर्णय लिया। जब डॉक्टरों ने गहन जांच की, तो पाया कि पेट में कोई सामान्य समस्या नहीं बल्कि एक बड़ी गांठ थी, जो महिला की जान के लिए खतरा बन चुकी थी।
चमत्कारी ऑपरेशन और गांठ का खुलासा
सहाना के इलाज के लिए डॉक्टर मधुलिका शुक्ला की अगुआई में एक (Hardoi) विशेषज्ञ टीम का गठन किया गया। पहले CT स्कैन से यह खुलासा हुआ कि महिला के पेट में 20 इंच की एक गांठ पाई गई, जिसका वज़न लगभग 7 किलो था। यह गांठ सहाना के शरीर में काफी समय से बढ़ रही थी और अब जीवन के लिए गंभीर खतरे का कारण बन चुकी थी। ऑपरेशन का जोखिम था, लेकिन परिजनों ने भगवान पर विश्वास करते हुए ऑपरेशन की अनुमति दी।
नया जीवन और राहत की सांस
सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने महिला के पेट से वह भारी गांठ निकाली। ऑपरेशन के बाद सहाना की स्थिति में तत्काल सुधार हुआ। अब वह आराम से सांस ले पा रही हैं और सामान्य गतिविधियाँ भी कर पा रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सहाना अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी हैं और भविष्य में संतान सुख का आनंद भी ले सकती हैं। इस चमत्कारी ऑपरेशन ने न केवल सहाना को नया जीवन दिया बल्कि यह भी साबित किया कि चिकित्सा क्षेत्र में क्या कुछ भी संभव है।