मथुरा: वृंदावन में मां शारदा महिला आश्रय सदन और राधा टीला आश्रम में रहने वाली पांच माताएं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रंगीन राखियां बांधने के लिए गुरुवार 11 अगस्त को दिल्ली के लिए रवाना होंगी. यह जानकारी सुलभ इंटरनेशनल होप फाउंडेशन की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने मंगलवार शाम को दी.
गौरतलब है कि यहां के विभिन्न आश्रय गृहों में रहने वाली माताएं पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए अपने हाथों से तैयार राखियां प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए भेज रही हैं. कोरोना आपदा से पहले सुलभ होप फाउंडेशन के बैनर तले दर्जनों मां रक्षाबंधन के दिन पीएम के घर राखी बांधने जाती थीं.
पिछले दो साल से कोरोना संकट के चलते वह प्रधानमंत्री को राखी बांधने नहीं जा सकीं. इस बार जब सब कुछ सामान्य है तो रक्षा बंधन पर पीएम मोदी के घर जाने का मौका मिल रहा है. माताओं ने पीएम मोदी की तस्वीरों वाली 501 विशेष राखियां तैयार की हैं.
विधवा माताओं ने अपने हाथों से तैयार की राखियां
सुलभ इंटरनेशनल होप फाउंडेशन की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय से अनुमति मिलने पर संगठन के पदाधिकारी पांच माताओं के साथ राखियों को दिल्ली ले जाएंगे. कोरोना संकट के बाद इस बार विधवा माताओं ने पीएम मोदी के लिए अपने हाथों से राखी तैयार की है.
माताओं ने तैयार की 501 राखियां
सभी माताओं को भरोसा है कि इस बार प्रधानमंत्री मोदी की कलाई पर राखी बांधने का मौका मिलेगा. सदियों पुराने रूढि़वादी सामाजिक कलंक को तोड़ने के उद्देश्य से सुलभ आंदोलन के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने वृंदावन के आश्रय गृहों में रहने वाली विधवा माताओं के लिए सभी महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों का आयोजन शुरू किया था.
2 साल बाद मिला राखी बांधने का अवसर मिलेगा.
रक्षाबंधन भी उन्हीं में से एक है, लेकिन पिछले दो साल से कोरोना आपदा के चलते ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं हो पाया, लेकिन इस बार जब हालात सामान्य हुए तो मांएं पीएम मोदी को राखी बांधने को बेताब हैं. सभी माताओं को भरोसा है कि इस बार पीएम मोदी की कलाई पर राखी बांधने का अवसर मिलेगा.