उत्तर प्रदेश: तीन तलाक कानून को बने तीन साल हो चुके हैं, लेकिन इस तरह के तलाक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पति को जेल जाने से बचाने के लिए कई बार महिलाओं को कभी देवर के साथ तो कभी बहनोई फिर ससुर हलाला तक करना पड़ता है. इसके बाद भी पीड़ित महिलाओं के शौहर रखने को तैयार नहीं होते. ऐसा ही एक मामला यूपी के रायबरेली से सामने आया है. बार-बार तलाक से परेशान होकर 26 साल की बहरून निशा ने अपने शौहर के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. जिसके बाद पुलिस ने उनके पति को गिरफ्तार कर लिया है. बहरुन निशा ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 18 साल की उम्र में हुई थी.
कई सालों तक मार-पीट और जुल्म सहती रही बहरुन निशा
निशा ने आगे बताया कि दो-तीन महीने के बाद ही पति गाली-गलौज और मारपीट करने लगा. मुझे मायके नहीं जाने दिया जाता था. इस तरह अठारह महीने बीत गए. एक दिन शौहर ने तलाक, तलाक, तलाक कहकर घर से निकाल दिया. तब बेटी महज 7 महीने की थी. मैं रोई-गिड़गिड़ाई तो कहा कि अब तुम्हारा हलाला होगा, तभी मेरे साथ रह सकती हो. मैंने रिश्ता बचाने के लिए हलाला को हामी भर दी और पति ने देवर को बुलाकर हलाला करने को कहा. रिश्ते को बचाने का यही एक तरीका था. तीन महीने तक देवर का जुल्म सहती रही. फिर मार्च 2017 में उसने अपने पति से दोबारा शादी की.
तीन बार तलाक बोलकर छोटे भाई के साथ हलाला करने को कहा
जिसके बाद बहरुन निशा के साथ और भी ज्यादती होने लगी. उसका पति पहले से ज्यादा लड़ने और मारपीट करने लगा. निशा ने आगे पुलिस को बताया कि अगर वह अपनी सास से शिकायत करती तो कहती कि कोई बात नहीं, मर्द तो पीटते ही हैं. इधर बेटी भी बड़ी हो रही थी. उसके लिए मैं हर दिन मार-पीट झेलती रही. फिर दो साल बाद दहेज के लिए मुझ पर दबाव बनाने लगे. उसने अपने शौहर को समझाया कि उसके अब्बू पहले से कर्ज में दबे हैं. फिर इसी बात पर उसके शौहर ने तलाक दे दिया. पुलिस के डर से उसे मायके जाने नहीं दिया गया. शौहर ने मुझे छोटे भाई के साथ दोबारा हलाला करने को कहा.
बहनोई के साथ हलाला करने के बाद ससुर से करने को कहा
पति ने कहा कि अगर तुम हलाला नहीं करोगी तो मैं तुम्हें नहीं रखूंगा. मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था. इसके बाद मैंने अपने शौहर से शादी कर ली, लेकिन मुझे तुरंत मायके भेज दिया गया. निशा ने बताया कि कुछ दिन मायके में रहने के बाद पति के पास जाना चाहा तो उसने मना कर दिया. रोते हुए दोबारा फोन किया तो अपने बहनोई के साथ हलाला करने को बोलने लगे. मेरे मना करने पर उन्होंने कहा तुम इस लायक हो अगर तुम्हें रहना है तो मेरे साथ ऐसे ही रहना होगा. मैं तुम्हें अपनी बीवी नहीं मानता. इसके बाद मैंने उसकी बात मान ली, कुछ दिनों बाद उसने अपने ससुर से हलाला करने को कहा.
बुलंदशहर से भी ऐसा ही मामला आया सामने
इस सबसे परेशान होकर में किसी तरह घर से भागी और आठ दिनों तक लगातार थाने जाती रही. फिर पुलिस ने निशा के शौहर को गिरफ्तार किया. पिछले 8 महीने से पति जेल में है. बहरुन निशा के पास कोई सोर्स ऑफ इनकम नहीं है. अपने पिता के साथ जैसे-तैसे गुजारा कर रही हैं. बहरुन निशा ही नहीं ऐसी कई महिलाएं जो यह सब झेल रही है. बुलंदशहर में शाहीन अंसारी अपनी 17 साल की बेटी के साथ रहती हैं. शाहीन ने बताया शौहर हिमाचल के धर्मशाला में रहते थे और मैं मेरठ. ना कभी वे यहां आते ना मुझे अपने पास बुलाते. फिर मेरे शौहर ने मुझे बिना बताए किसी और महिला के साथ निकाह कर लिया. जब मैंने इसका विरोध करने के लिए फोन किया तो मेरी आवाज सुनते ही उधर से तलाक तलाक तलाक बोल दिया. पुलिस के पास गई, लेकिन 8 महीने से कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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