यूपी में उच्च प्राथमिक स्कूल की सूरत अब बदल रही है। ऐसे ऐसे उच्च प्राथमिक स्कूल हो गए हैं जो कॉन्वेंट स्कूलों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। यहां एक ऐसा ही स्कूल है जहां बच्चे हाईटेक लैब के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा नीति 2020 के तहत मेरठ के उच्च प्राथमिक विद्यालय मोहिद्दीनपुर में उत्तर प्रदेश की पहली आधुनिक तकनीक से युक्त साइंस आधारशिला लैब तैयार की गई है। जिसमें केवल उसी विद्यालय के छात्र-छात्राएं नहीं बल्कि पूरे मेरठ के छात्र-छात्राएं जाकर नवाचार करने के साथ-साथ विज्ञान की नई तकनीकी को सीख रहे हैं। अब वो दिन दूर नहीं जब मेरठ की साइंस लैब प्रधानमंत्री मोदी के तकनीक और विज्ञान में भारत को विश्व गुरु बनाने के मिशन मे ऊर्जा देने का काम करेगी।और देश को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था व प्रदेश को 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगें।
प्रैक्टिकल के माध्यम से बच्चों के कॉंसेप्ट क्लीयर किए जाते
यूपी में उच्च प्राथमिक स्कूल में अब हाईटेक लैब से बच्चे साइंस की एड़वांस पढ़ाई कर सकेंगे। बच्चे साइंस की किताबो में अब तक जो देखते आए हैं उसे साक्षात अपने हाथों से करेंगे। इस लैब को बड़े हाईटेक तरीके से बनाया गया है। जिससे आने वाले समय में देश को अच्छे वैज्ञानिक और इंजीनियर मिल सके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नए भारत का सपना साकार हो सके। आधारशिला में प्रयोग के माध्यम से बच्चों के कॉंसेप्ट क्लीयर किए जाते हैं। आधारशिला का उद्देश्य ग्रामीण सरकारी स्कूलो के छात्रो कों नवाचार , तकनीक व विज्ञान में एक मजबूत आधार देना है। आधारशिला मे छात्र 21वीं सदी मे चल रही नयी-नयी तकनीक जैसे-कोडिंग, आर्टीफीसियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स व नई शिक्षा नीति -2020 से प्रेरित होकर विज्ञान के सूत्रो कोें सिख रहे है।
छात्र किताबी दुनिया से बाहर निकलकर विज्ञान को महसूस कर रहे
आधारशिला ने छात्रो के अन्दर तकनीक व विज्ञान की नयी उमंग को जन्म दिया हैं। भविष्य में ये छात्र न की सिर्फ़ प्रदेश बल्कि देश को विज्ञान व तकनीक में एक नया आयाम देगें और देश को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था व प्रदेश को 1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगें। लैब में छात्रो को माइक्रोस्कोप, टेलिस्कोप, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, न्यूटन लॉ और इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म के बारे में भी बताया जाता हैं। सरकार चाहती है छात्र विज्ञान की किताबों से बाहर निकलकर असल दुनिया में विज्ञान को महसूस कर सके और दैनिक जीवन में उसका उपयोग करते हुए आगे बढ़े।
देश के विद्यालयों के लिए उदाहरण प्रस्तुत हो रही यह लैब
मेरठ की ये आधारशिला प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के निजी व सरकारी विद्यालयों के लिए एक उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत हो रही है। वह दिन अब दूर नहीं जब मेरठ की साइंस लैब आधारशिला ग्रामीण नवाचार क्रांति के तहत प्रधानमंत्री मोदी के तकनीक और विज्ञान में भारत को विश्व गुरु बनाने के मिशन मे ऊर्जा देने का काम करेगी।