UP Assembly Supplementary Budget 2025: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन आज गहमागहमी भरा रहने वाला है। योगी सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अपना अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है, जिसका अनुमानित आकार ₹25,000 से ₹30,000 करोड़ के बीच है। इस बजट का मुख्य उद्देश्य जल जीवन मिशन, लिंक एक्सप्रेस-वे और औद्योगिक सब्सिडी जैसी अटकी हुई योजनाओं को गति देना है।
विधायी कार्यों के साथ-साथ, सदन में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में करीब चार घंटे की विशेष चर्चा प्रस्तावित है। हालांकि, UP Assembly के बाहर राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ है; समाजवादी पार्टी के विधायकों ने कफ सिरप मामले को लेकर विधानसभा के सामने बैनर-पोस्टर के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस के आसार हैं।
अनुपूरक बजट की मुख्य प्राथमिकताएं
इस अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में फंड की कमी को दूर करेगी:
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बुनियादी ढांचा: लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण और डिफेंस कॉरिडोर में भूमि अधिग्रहण के लिए बड़े बजट का प्रावधान।
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जल शक्ति: ‘जल जीवन मिशन’ में केंद्र से बजट न मिलने के कारण पैदा हुए संकट को दूर करने और कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए राज्य सरकार फंड देगी।
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ऊर्जा क्षेत्र: गर्मी के मौसम में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नए पावर प्लांट और नेटवर्क सुधार हेतु अतिरिक्त राशि।
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औद्योगिक निवेश: ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) के मद्देनजर नए उद्योगों को सब्सिडी देने के लिए विशेष आवंटन।
वंदे मातरम: सांस्कृतिक गौरव का स्मरण
UP Assembly में आज 7 नवंबर 2025 को ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने पर चर्चा होगी। कार्यसूची के अनुसार, यह चर्चा इस गीत के ऐतिहासिक महत्व और आधुनिक भारत में राष्ट्रवाद व एकता को पुष्ट करने के उद्देश्य से की जा रही है।
विभाग |
संभावित आवंटन का उद्देश्य |
लोक निर्माण विभाग |
लिंक एक्सप्रेस-वे और सड़क निर्माण |
ऊर्जा विभाग |
बिजली नेटवर्क सुधार और नए प्लांट |
जल शक्ति विभाग |
जल जीवन मिशन और अटल भूजल मिशन |
औद्योगिक विकास |
निवेशकों को सब्सिडी और GBC की तैयारी |
