लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। अप्रैल के महिने में प्रचंड गर्मी थी। बाजारों में सन्नाटा था, लेकिन मई की दस्तक से ठीक पहले मौसम ने करवट बदला और बारिश-आंधी के चलते शहर-शहर, गांव-गांव कर्फ्यू के हालात बन गए। शुक्रवार को यूपी और दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज आंधी के चलते पेड़ गिर गए। जलभराव से गाड़ियां सड़कों पर रेंगजी नजर आई। दिल्ली के जफरपुर कला में एक घर पर पेड़ गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं तेज हवा के कारण दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर एक लोहे का ढांचा गिर गया। कई फ्लाइट्स भी प्रभावित हुईं। कुछ ऐसे ही हालात यूपी के भी रहे। यहां भी बारिश-आकाशीय बिजली गिरने से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
दिल्ली एनसीआर समेत यूपी के कई जिलों में शुक्रवार को रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई। साथ ही तेज हवाएं भी चलीं। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में शुक्रवार (2 मई) को 124 साल में दूसरी सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग ने सुबह 2.30 बजे से 8.30 बजे के बीच 77 मिमी बारिश दर्ज की। आईएमडी ने कहा कि 1901 में जब रिकॉर्ड-कीपिंग शुरू हुई थी, तब से मई में राष्ट्रीय राजधानी में यह दूसरी सबसे अधिक 24 घंटे की बारिश थी। साल 2021 में मई में एक दिन में सबसे अधिक 119.3 मिमी बारिश हुई। 1901 के बाद से पिछली सबसे अधिक बारिश। आईएमडी ने कहा कि इससे पहले, राजधानी में महीने के लिए पिछली सबसे अधिक 24 घंटे की बारिश 60 मिमी दर्ज की गई थी, जो 24 मई, 1976 को दर्ज की गई थी।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 10.2 डिग्री कम यानी 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह पिछले दो वर्षों में इस महीने का सबसे कम तापमान रहा। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल मई में सबसे कम अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि 2023 में यह 26.1 डिग्री सेल्सियस था, जो अब तक कई वर्षों में सबसे कम था। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री कम 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सापेक्ष आर्द्रता 100 प्रतिशत और 60 प्रतिशत के बीच रही। मौसम विभाग ने आने वाले सप्ताह में राष्ट्रीय राजधानी में बादल छाए रहने और बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने 4 से 6 मई तक मौसम में बदलाव रहने के आसार जताए हैं। शनिवार को दिल्ली एनसीआर और यूपी में बारिश, आंधी और वज्रपात का अलर्ट जारी हुआ है।
दिल्ली में शुक्रवार की सुबह हुई बारिश और तेज आंधी के बाद यहां कई इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गईं और पेड़ों के उखड़ जाने से यातायात बाधित हो गया। कार्यालय जाने वाले लोग और स्कूली बच्चों सहित यात्री यहां बारिश के कारण धीमी गति से चल रहे यातायात की वजह से जाम में फंस गए। द्वारका अंडरपास, साउथ एक्सटेंशन, मेजर सोमनाथ मार्ग, रिंग रोड, मिंटो रोड, आरके पुरम, खानपुर, आईटीओ और लाजपत नगर में जलभराव की सूचना मिली, जिसके कारण यातायात में भारी रुकावट आई और लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर प्रसारित वीडियो और फोटो में जलमग्न इलाकों में वाहन घुटनों तक पानी में चलते दिखाई दे रहे हैं। दिल्ली के नजफगढ़ में एक मकान पर पेड़ गिर जाने के कारण चार लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए लोगों से अत्यधिक सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
अगर यूपी की बात करें तो शुक्रवार को पश्चिमी जिलों और तराई के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। दिल्ली से सटे इलाके ज्यादा प्रभावित रहे। कहीं पेड़ गिरे तो कहीं कच्चे मकान ढह गए। जलभराव और रास्ते बाधित होने से आवागमन प्रभावित हुआ। कई क्षेत्रों की बिजली घंटों गुल रही। बुंदेलखंड के क्षेत्रों समेत सहारनपुर, लखीमपुर खीरी से लेकर हरदोई तक हल्की बारिश हुई। ब्रज में शुक्रवार को बारिश, आंधी और बिजली गिरने से चार की मौत हो गई। 4 लोग झुलस गए। एटा में बिजली गिरने से दीक्षा (16) की मौत हो गई। फिरोजाबाद में मनरेगा के तहत खुदाई कर रहे विष्णु (35), सत्येंद्र सैलानी (36) की बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। देवेंद्र (32) गंभीर रूप से झुलस गए। वहीं, एका के पवरई गांव निवासी जयदयाल (47) की बिजली गिरने से मौत हो गई। कासगंज, मथुरा, आगरा, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर में भी बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा। अलीगढ़ के गंगीरी में बिजली गिरने से दो लोग झुलस गए।
मौसत विभाग के मुताबिक, यूपी में शनिवार से यूपी में गरज-चमक के साथ बारिश के दायरे और तीव्रता में बढ़ोतरी के आसार हैं। पूर्वा और पश्चिमी हवाओं का समागम और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर शनिवार से पूरे प्रदेश में दिखेगा। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमीयुक्त हवाओं के असर से प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी दोनों संभाग में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड, गौतम बुद्ध नगर में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
कुछ ऐसे ही हालात बुलंदशहर, अलीगढ, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर में रहेंगे। सीएसए कानपुर के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी विक्षोभ की तरफ से आईं हवाएं अगर मिल गईं, तो प्री मानसून जैसी स्थिति हो सकती है। इससे स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी का अनुमान है। इसका असर कानपुर समेत आसपास के कई इलाकों में भी देखने को मिलेगा।