कानपुर। चार दिन पहले आसमान से आग बरस रही थी। कानपुर से लेकर बुंदेलखंड का तापमान 42 से 43 डिग्री के ऊपर पहुंच गया था। लेकिन पिछले 36 घंटे के दौरान अचानक मौसम ने करवट बदली और बादलों के ढेरा जमा लिया। मेढ़क भी बाहर निकल कर टर्र-टर्र करने लगे हैं। ऐसे में ग्रामीणों का दावा है कि इस वर्ष मानसून ने समय पर दस्तक दे दी है। जिसके कारण अषाढ़ में अच्छी बारिश की संभवना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 18 जून की देर शाम से लेकर 19 जून के बीच प्रदेश के पूर्वी हिस्से से होते हुए यूपी में मानसून दाखिल होगा। जिसके बाद सूबे में झमाझम बारिश होगी। आंधी के साथ लोगों को वज्रपात का भी सामना करना पड़ सकता है।
आसमान में मेघों की एंट्री के साथ बिले में दुबगे मेढ़क भी बाहर निकल आए हैं और टर्र-टर्र करने लगे हैं। ऐसे किसानों का साफ तौर पर कहना है कि मानसून आ चुका है, जिसके कारण इस वर्ष फसल की पैदावर अच्छी हो सकती है। जानकार बताते हैं कि बरसात के मौसम में दिखने वाले पीले मेंढक, जिन्हें भारतीय बुलफ्रॉग भी कहा जाता है, बारिश के मौसम में विशेष रूप से दिखाई देते हैं। ये मेंढक आमतौर पर जमीन के नीचे रहते हैं और बारिश के बाद पानी में प्रजनन के लिए बाहर निकलते हैं। बारिश के मौसम में नर मेंढक मादाओं को आकर्षित करने के लिए अपना रंग बदलकर पीला कर लेते हैं। नर मेंढक टर्र-टर्र की आवाज निकालते हैं, जिसे क्रोक कहा जाता है, जो मादाओं को आकर्षित करने का एक तरीका है।
मेढ़कों की दस्तक के साथ यूपी में बीतेकई दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। कानपुर और बुंदेलखंड में भी मानसून ने दस्तक दे दी है। आसमान में बादलों का ढेरा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन में बादलों की आवाजाही के साथ धूल भरी तेज आंधी चलने के साथ ही बारिश हो सकती है। 22 और 23 जून को कानपुर मंडल और बुंदेलखंड में भारी वर्षा के आसार हैं। सीएसए के मौसम विज्ञानी डाक्टर एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मानसून की गतिविधियां तेज हो गईं हैं। अगले सप्ताह तक पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय हो जाएगा। कानपुर के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में झमाझम बारिश का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, आंधी और वज्रपात की भी संभावना है। ऐसे में पेड़ के नीचे लोग खड़े न हो।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 19 व 20 जून को यूपी के विभिन्न हिस्सों में माध्यम से भारी बारिश के संकेत हैं।बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने लो प्रेशर सिस्टम अगले दो-तीन दिन में आपस में मर्ज हो जाएंगे। मानसूनी बारिश का यह दौर तराई और पूर्वी यूपी से शुरू होकर दक्षिणी और मध्य यूपी समेत बुंदेलखंड आदि को अपने असर में लेते हुए अगले चार-पांच दिनों तक जारी रहने वाला है। बुधवार को दक्षिणी हिस्सों वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर समेत तराई के कुल 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। पूर्वी यूपी के 22 जिलों में गरज चमक के साथ वज्रपात की संभावना का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज आदि में तेज झोंकेदार हवाएं चलने के आसार हैं।
मौसत विभाग ने सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, श्रावस्ती एवं आसपास के इलाकों में में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच व आसपास के इलाकों में मेघगर्जन व वज्रपात की संभावना का ऑरेंज अलर्ट किया है। मौसम विभाग ने यहां के लोगों को सलाह दी है कि वह खुले में नहीं जाएं। बारिश के वक्त घरों पर रहें। पेड़ों से दूरी बनाकर रखें।