लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले त्रिस्तरीय पंचायत के चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव आयोग की तरफ से तैयारियों का शंखनाद हो चुका है। जून 2025 में जून में मतदाता सूचियों को संशोधित करने का अभियान शुरू होगा, जो साल के अंत तक चलेगा। इसके बाद मतदाता सूची को चुनाव आयोक की वेबसाइड पर अपलोड कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव अप्रैल और मई 2026 के बीच कराए जा सकते हैं। बता दें, अगले साल मई में ग्राम पंचायतों और जुलाई में क्षेत्र व जिला पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होगा।
आम लोगों से आपत्तियां भी मांगी जाएंगी
उत्तर प्रदेश में 2021 को पंचायत चुनाव हुए थे। ऐसे में अगले साल ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंयायत सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। जिसको लेकर चुनाव आयोग एक्शन में हैं। चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायतों की मतदाता सूचियों का बड़े पैमाने पर पुनरीक्षण कराने का फैसला किया है। इसके तहत नाम जोड़ने और हटाने का काम होगा। ऐसा अंतिम रूप से करने से पहले आम लोगों से आपत्तियां भी मांगी जाएंगी।
अगले चुनाव अप्रैल-मई 2026 में
प्रदेश में 57691 ग्राम पंचायतें, 826 क्षेत्र पंचायतें और 75 जिला पंचायत क्षेत्र हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चुनाव अप्रैल-मई 2026 में होंगे। दावा किया जा रहा है कि राज्य निर्वाचन आयोग मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम को अंतिम रूप दे रहा है। जल्द ही इसे जारी किया जाएगा। मतदाता सूचियों को संशोधित करने में न्यूनतम छह माह लगेंगे। यानी, जून से दिसंबर के बीच इस काम को पूरा किया जाएगा। इसके बाद पंचायतों में पदों को आरक्षित करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल
चुनाव की सुगबुहाट के बीच गांवों में भी दावेदार एक्टिव हो गए हैं। ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत बनने का सपना देखने वाले नेता भी जमीन पर उतर गए हैं और ग्रामीणों के साथ चौपाल सजा रहे हैं। वहीं राजनीतिक दल भी एक्शन में आते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। समाजवादी पार्टी, बीजेपी, कांग्रेस और बीएसपी के नेता अपने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे रहे हैं। राजनीतिक दल पंचायत चुनाव को 2027 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल के तौर पर देख रहे हैं।
चुनाव ईवीएम से कराने की तैयारी
पंचायत के साथ ही प्रदेश में नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनाव को लेकर भी तैयारियां शुरू हो गई है। चुनाव आयोग अगला चुनाव ईवीएम से कराने की तैयारी है। इसके लिए शासन ने प्रस्ताव तैयार करा लिया है। वर्ष 2023 में नगर निगम चुनावों में ईवीएम का इस्तेमाल किया गया था। नगर निकायों के चुनाव वर्ष 2028 में होने हैं, लेकिन प्रदेश में इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर जुटाने की कवायद अभी से प्रारंभ हो गई है। प्रदेश में नगर निकायों की कुल संख्या 762 है। इनमें 17 नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद और 545 नगर पंचायत क्षेत्र हैं।
जरूरी इन्फास्ट्रक्चर जुटा लिया जाएगा
सभी 745 नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में अगला चुनाव ईवीएम से कराने का निर्णय लिया गया है। इससे अपेक्षाकृत कम समय में चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। नगर निकायों का अगला चुनाव वर्ष 2028 में होगा। शासन के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, अभी इन चुनावों में काफी समय है। तब तक ईवीएम और जरूरी इन्फास्ट्रक्चर जुटा लिया जाएगा। बता दें, नगर पालिका और नगर पंचायत के चुनाव विधानसभा चुनाव के बाद होंगे। ऐसे में चुनाव आयोग को उस वक्त तैयारियों को लेकर ज्यादा समय नहीं मिलेगी। इसी के चलते अभी से तैयारियों पर जोर दिया जा रहा है।