Bijnor: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक महिला को उसके घर में प्रवेश दिलाने के लिए यूपी पुलिस को जेसीबी बुलाना पड़ा। गौरतलब है कि जिले की हरिनगर कॉलोनी की रहने वाली महिला को हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस उसके ससुराल में प्रवेश कराने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस प्रशासन से महिला के ससुरालीजनों से तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। बंद दरवाजे को खुलवाने के लिए पुलिस को जेसीबी बुलाना पड़ा। तब जाकर महिला को घर में प्रवेश मिल सका। महिला की सुरक्षा के लिए पुलिस की भी तैनाती कर दी गई है।
गौरतलब है कि गांव धौकलपुर निवासी एडवोकेट शेर सिंह ने करीब पांच साल पहले अपनी पुत्री की शादी नगर की हरिनगर कॉलोनी निवाली देवेंद्र सिंह के पुत्र रोबिन के साथी की थी। पीड़िता के पिता के मुताबिक, साल 2019 में थाने में पति राबिन के खिलाफ संबंधित मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस की कार्रवाई के बाद पीड़िता को उसके ससुराल वालों ने घर पर नहीं रखा। अब उच्च न्यायालय ने पीड़िता को उसके घर में प्रवेश दिलाने के लिए जिला प्रशासन को आदेश जारी किया किया था।
आदेश के पालन को लेकर रविवार को दोपहर के समय बाल संरक्षण अधिकारी रूबी गुप्ता, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय कुमार, विधि सहायक रवेंद्र कुमार वरिष्ठ सहायक महबूब अली, जिला महिला थाना प्रभारी निरीक्षक पुष्पा देवी व थानाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह महिला नूतन मलिक को उसके ससुराल में प्रवेश दिलाने हरिनगर कॉलोनी पहुंचे थे। इस दौरान मौके पर घंटों हंगामा होता रहा। उसके बाद पुलिस ने बंद दरवाजा जेसीबी से तोड़ने की चेतावनी दी तब जाकर करीब एक घंटे बाद दरवाजा खोला गया। इसके बाद पुलिस ने स्थानीय निवासियों की मौजूदगी में महिला को घर में प्रवेश दिलाया।