UP Politics: समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज में गायों और गौशालाओं को लेकर दिए गए विवादित बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “इस सरकार को दुर्गंध पसंद है इसलिए गौशालाएं बनवाई जा रही हैं। सपा को सुगंध पसंद है.. इसलिए हम इत्र पार्क बना रहे हैं।” इस बयान के बाद बीजेपी ने सपा पर हमला बोला, गौसेवकों ने नाराजगी जताई और अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अखिलेश को नसीहत दी है।
कन्नौज में महायज्ञ के दौरान बयान
अखिलेश यादव कन्नौज के बोर्डिंग मैदान में आयोजित 1108 कुंडीय महायज्ञ में शामिल होने पहुंचे थे। मां पीतांबरा का पूजन करने के बाद उन्होंने यज्ञ स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘अखिलेश का आदर्श औरंगजेब’ वाले बयान पर सवाल पूछे जाने पर सपा प्रमुख ने तीखा पलटवार किया।
उन्होंने कहा, “नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने जो रास्ता दिखाया, हम उसी पर चल रहे हैं। सपा विकास और खुशहाली चाहती है। बीजेपी की नफरत की दुर्गंध है। कन्नौज के सुगंध वाले लोग इस दुर्गंध को हटाएं। वे दुर्गंध पसंद करते हैं, इसलिए गौशालाएं बना रहे हैं। हम सुगंध पसंद करते हैं, इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे। सांड़ पकड़े नहीं जा रहे और उनका पैसा खाया जा रहा है।”
सरकार के 8 साल पर अखिलेश का हमला
अखिलेश ने बीजेपी सरकार (UP Politics) के 8 साल के कार्यकाल को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “इन 8 सालों में कन्नौज को विकास से काट दिया गया। इतनी लूट और भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं हुआ। देश का पहला इतिहास अधिकारी अंडरग्राउंड हुआ। विधायक तक भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं।” फ्री शराब के मामले पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “यह योगी जी का पार्टी टाइम है। नवरात्र में बीजेपी की योजना है- एक बोतल के साथ एक बोतल फ्री।”
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अखिलेश को मायावती की नसीहत
इस बीच, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अखिलेश के बयान पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “अपने स्वार्थ के लिए किसी समाज का अपमान नहीं करना चाहिए। यह बयान निंदनीय है और इससे समाज में गलत संदेश जाता है।” मायावती ने अखिलेश को सलाह दी कि उन्हें ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए, जो किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए।
गेस्ट हाउस कांड को लेकर सपा को घेरा
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा आगरा में हुई घटना के साथ-साथ सपा प्रमुख को इनकी सरकार के दौरान 2 जून 1995 को लखनऊ के स्टेट गेस्ट हाउस में इस पार्टी द्वारा मुझ पर करवाए गए जानलेवा हमले को भी अवश्य याद करना चाहिए और इसके लिए पश्चाताप भी जरूर करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इसलिए आगरा की घटना को बहाने बनाकर अब सपा को अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना बंद करना चाहिए और आगरा में हुई घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न और अधिक न करवाए।
अखिलेश यादव के बयान पर सियासी घमासान
अखिलेश के इस बयान (UP Politics) ने यूपी की सियासत में नया विवाद पैदा कर दिया है। सपा इसे सरकार पर हमले के तौर पर पेश कर रही है जबकि बीजेपी और गौसेवक इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा छाया हुआ है। कुछ लोग इसे तंज मान रहे हैं तो कई इसे गाय और गौसेवा के प्रति अपमानजनक करार दे रहे हैं। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब गौशालाएं और आवारा पशु यूपी में पहले से ही चर्चा का विषय बने हुए हैं। आने वाले दिनों में यह मुद्दा सियासी माहौल को और गर्म कर सकता है।