Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में बढ़ती गर्मी और लू के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने परिषदीय स्कूलों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 20 मई से सभी सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में गर्मी की छुट्टियाँ शुरू हो जाएंगी।
बच्चों की सुरक्षा को मिलेगी प्राथमिकता
स्कूल बंद होने से पहले यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बच्चों को तेज गर्मी और लू से कोई नुकसान न पहुंचे। इसके लिए सुबह 9 बजे के बाद सभी प्रकार की खेल-कूद और अन्य बाहरी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। अब स्कूलों की प्रार्थना सभा भी खुले मैदान में नहीं, बल्कि छांव या क्लासरूम में करवाई जाएगी।
पानी और भोजन की खास व्यवस्था
सरकार ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि बच्चों के लिए साफ और ठंडे पानी की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा, बच्चों को अपनी पानी की बोतल लाने और समय-समय पर पानी पीने की आदत डालने को कहा गया है। मिड-डे मील (दोपहर का भोजन) में सिर्फ ताजा और पौष्टिक खाना ही दिया जाएगा।
हर स्कूल में होगी फर्स्ट एड किट
राज्य सरकार ने यह भी आदेश दिया है कि हर स्कूल में एक प्राथमिक उपचार किट मौजूद होनी चाहिए। इस किट में ओआरएस का घोल, बुखार, उल्टी और दस्त की दवाइयाँ जरूर शामिल होंगी। इसके साथ ही सभी पंखे ठीक हालत में होने चाहिए ताकि कक्षा में गर्मी से राहत मिल सके।
हीटवेव से बचाव की जानकारी दी जाएगी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए विशेष पर्चे और वीडियो स्कूलों में बांटे और दिखाए जाएंगे ताकि बच्चों और शिक्षकों को यह समझाया जा सके कि लू से कैसे बचा जा सकता है। बच्चों को इस बारे में समझाना और उन्हें सावधान करना स्कूलों की जिम्मेदारी होगी।
सरकार की कोशिश को मिल रही सराहना
इस फैसले की चारों ओर तारीफ हो रही है क्योंकि ये कदम बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाला है। इस योजना से यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि पढ़ाई बाधित न हो और सभी छात्र सुरक्षित वातावरण में सीख सकें।