UP rain: उत्तर प्रदेश के मेरठ और आसपास के जिलों में इस बार सितंबर की शुरुआत ने मौसम के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले तीन दिनों में हुई लगातार बारिश ने शहर और ग्रामीण इलाकों को पानी-पानी कर दिया है। मेरठ में महज तीन दिन में ही 145.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सितंबर महीने का औसत 119.1 मिमी होता है। यानी सामान्य से करीब 21.83 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। बुधवार को ही शहर में 50.1 मिमी पानी बरसा। बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि 8 सितंबर से फिर बारिश का नया दौर शुरू हो सकता है, जिससे महीने का दूसरा हफ्ता भी भीग सकता है।
मेरठ में तीन दिन की झमाझम, शहर में पानी-पानी
UP और आसपास के इलाकों में बुधवार को लगातार तीसरे दिन बादल जमकर बरसे। सुबह हल्की धूप के बाद दोपहर डेढ़ बजे के करीब घने बादल छाए और तेज बारिश शुरू हो गई। कुछ ही देर में झमाझम बारिश ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। रात तक रुक-रुककर तेज और हल्की बारिश का यह सिलसिला चलता रहा। केवल बुधवार को ही 50.1 मिमी पानी बरसा, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई और यातायात भी प्रभावित रहा।
वेस्ट UP के कई जिलों में मूसलधार बारिश
मेरठ के अलावा वेस्ट यूपी के अन्य शहरों में भी बारिश ने कहर बरपाया। पिछले 24 घंटों में खेकड़ा में सबसे ज्यादा 120 मिमी, बड़ौत में 110 मिमी, मेरठ तहसील में 90 मिमी और बागपत शहर में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई। इतनी तेज बारिश से कई जगहों पर पानी भर गया। ग्रामीण इलाकों में खेतों में भी पानी जमा हो गया है, जिससे किसानों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि फिलहाल पश्चिमी UP में बारिश का दौर थमने की संभावना है। गुरुवार से बारिश की तीव्रता में कमी आएगी और मौसम आंशिक रूप से साफ रहेगा। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि 8 सितंबर के बाद से एक बार फिर बारिश का नया दौर शुरू हो सकता है। साथ ही 11 सितंबर तक उत्तर भारत में अलग-अलग मौसमी सिस्टम सक्रिय रहेंगे, जिससे महीने का दूसरा हफ्ता भीग सकता है।