लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। UP MAUSAM News पिछले शुक्रवार को सूर्यदेव के दर्शन हुए थे। लेकिन शाम होते ही आसमान में बादलों ने ढेरा जमा लिया। शनिवार की सुबह घने कोहरे से हुई। और फिर एकाएक यूपी के 50 जिले कड़ाके की ठंड से कांप उठे। आठ दिन गुजर गए। कोहरा और मेघ नाम की दो शक्तियों ने सूर्यदेव की जबरदस्त घेराबंदी की हुई है। जिसका असर धरती पर दिख रहा है। इंसान से लेकर बेजबान हलकान हैं। गांव, गली और बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। सीजन में लगातार दूसरे दिन शनिवार को 10 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटे में कानपुर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री दर्ज किया गया। 20 शहरों का पारा 10 डिग्री से कम रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग ने 26 जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया।
कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड का प्रकोप चरम पर है। जैसे-जैसे पारा गिर रहा है, वैसे-वैसे लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। इस सर्दी के मौसम में पहली बार ‘कोल्ड-डे’ का अलर्ट जारी किया गया है। कोल्ड-डे यानी वो दिन जब तापमान इतना कम हो जाए और धूप इतनी फीकी पड़ जाए कि ठंड की मार और ज्यादा महसूस होने लगे। बीते 24 घंटों में प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से लुढ़क कर 5 डिग्री तक पहुंच गया है। दरअसल, अधिक सर्दी वाली दिन को दो कैटेगरी में बांटा गया है, कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे। कोई दिन कोल्ड डे है या सीवियर कोल्ड डे। ये उस दिन के तापमान और वहां की जियोग्राफी पर तय होता है। मौसम विभाग ने मैदानी इलाकों और पहाड़ी इलाकों के लिए अलग-अलग मानक बनाए हुए हैं। शीत लहर और गंभीर ठंडे दिन में तापमान इतना नीचे गिर जाता है जो मानव शरीर के लिए घातक साबित हो सकता है।
क्या है कोल्ड डे
मौसम विभाग के मुताबिक, ‘कोल्ड डे’ तब होता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है। पहाड़ी इलाकों में उसे कोल्ड डे माना जाएगा जब न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर हो और अधिकतम तापमान सीजन के सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री से लेकर 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे हो। सीवियर कोल्ड डे को घोषित करने के लिए उस दिन का अधिकतम तापमान सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज होना जरूरी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, जब मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या इससे कम होता है तो उसे कोल्ड वेव कहते हैं। सीवियर कोल्ड वेव में तापमान सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है।
कोहरे की चादर में लिपटा लखनऊ
लखनऊ के अलावा यूपी के 50 से अधिक जिले कोहरे की चादर में लिपटे हुए हैं। सूबे के इन जनपदों में सुबह के 10 बजे तक 50 मीटर के आगे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। वाराणसी में इतना भीषण कोहरा था कि सुबह के वक्त अंधेरा पसरा था। कुछ ऐसा ही हाल मुरादाबाद का था। नोएडा में भी शनिवार सुबह जबरदस्त कोहरा रहा। विजिबिलिटी 10 मीटर तक रह गई। लखनऊ में सुबह 9 बजे तक विजिबिलिटी 50 मीटर से कम रही। जिसके कारण बेंगलुरु और दिल्ली से लखनऊ आने वाली दो फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है। उड़ान भरने वाली कई फ्लाइट़्स 8 घंटे तक लेट है। ट्रेने के पहियों की रफ्तार पर कोहरा ने ब्रेक लगा दी है। कई ट्रेनें रद्द कर दी गई और कई काफी लेट से चल रही हैं। बसों में भी यात्री नदारत दिखे। खेत-खलियान से किसान दूर हैं तो पक्षी भी घोषले से बाहर नहीं निकले।
सबसे सर्द रहा कानपुर
कानपुर में शनिवार की सुबह न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस पहुंचने का अनुमान है।वाराणसी में सुबह घने कोहरे के बीच गंगा आरती हुई। आज अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। देर रात 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार चली ठंडी हवाओं ने गलन बढ़ा दी। कानपुर सेंट्रल आने वाली 15657 ब्रह्मपुत्र मेल 9 घंटे लेट है। जबकि 12452 श्रम शक्ति एक्सप्रेस 7ः30 घंटे लेट, 12451 श्रम शक्ति एक्सप्रेस 5 घंटे लेट, 22415 वाराणसी नई दिल्ली वंदे भारत 5 घंटे लेट, 22436 नई दिल्ली वाराणसी वंदे भारत 3.30 घंटे लेट, 12004 लखनऊ स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस 3 घंटे लेट, 14118 का कालिंदी एक्सप्रेस 6 घंटे लेट, 12308 जोधपुर हावड़ा एक्सप्रेस 3घंटे लेट, 02570 नई दिल्ली दरभंगा स्पेशल 3 घंटे लेट, 14024 कटरा सूबेदारगंज जम्मू मेल 5 घंटे लेट, 64588 टूंडला कानपुर सेंट्रल मेमू 3 घंटे लेट के अलावा 87 ट्रेनें लेट चल रही हैं।
इस वजह से पड़ रही कड़ाके की ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और आसपास के उत्तरी पाकिस्तान पर सक्रिय है। एक चक्रवाती परिसंचरण हिंद महासागर और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है।एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में ईरान और आसपास के क्षेत्रों में है। इन दोनों पश्चिमी विक्षोभों का असर यूपी में 5 जनवरी से दिखने लगेगा। सीएसए के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के समय तापमान में बढ़ोतरी होती है, लेकिन विक्षोभ गुजरने के बाद तेज बर्फीली हवाएं चलती हैं। इससे तापमान गिरता है और कड़ाके की सर्दी पड़ती है। यह स्थितियां 14 जनवरी से पहले दो बार आने की संभावना है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहा है। सोमवार को पश्चिमी यूपी के कुछ हिस्सों और एनसीआर में बूंदाबांदी हो सकती है। इससे ठंडी हवाएं बढ़ेगी।
बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में 6 जनवरी को बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि पूर्वी हिस्से में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। आईएमडी ने सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, हाथरस और मुरादाबाद में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान रात और सुबह के समय दूसरा कोहरा छाने के आसार हैं। आईएमडी के मुताबिक, कानपुर परिक्षेत्र के अलावा यूपी के बुंदेलखंड के महोबा, हमीरपुर, बांदा, जालौन और चित्रकूट में बारिश हो सकती है। ऐसे में किसानों को फसलों पर पानी नहीं लगाना चाहिए। बारिश से गेहूं की फसल को फाएदा हो सकता है। आलू और सरसों व तुअर को बारिश-कोहरे से नुकसान होने की संभावना है।