Uttar Pradesh: लखीमपुर खीरी जिले में बीजेपी विधायक योगेश वर्मा के साथ अभद्रता के मामले में पार्टी ने आरोपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से जवाब मांगा है। पार्टी ने नोटिस जारी कर उनसे दो दिन के भीतर उत्तर देने को कहा है। इस नोटिस में पुष्पा सिंह, अवधेश सिंह, अनिल यादव और ज्योति शुक्ला का नाम शामिल है, जो सभी लखीमपुर-खीरी के बीजेपी नेता और कार्यकर्ता हैं।
भाजपा ने नोटिस में क्या कहा?
नोटिस में बताया गया है कि 9 अक्टूबर को जिला अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव नामांकन के दौरान ये घटनाएं हुईं। मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिली कि पुष्पा सिंह, अवधेश सिंह, अनिल यादव और ज्योति शुक्ला ने विधायक योगेश वर्मा, राजू अग्रवाल और रामकृष्ण पुरी गांधी के साथ अभद्रता की।
भाजपा ने नोटिस में कहा कि इस प्रकार का व्यवहार अनुशासनहीनता है। जिलाध्यक्ष द्वारा भेजे गए पत्र का संज्ञान लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सभी को दो दिन के अंदर संतोषजनक उत्तर देने को कहा गया है, अन्यथा पार्टी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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पुलिस की मौजूदगी में विधायक पर हमला
लखीमपुर खीरी (Uttar Pradesh) में सहकारी बैंक के प्रतिनिधियों के चुनाव के दौरान कथित धांधली को लेकर बीजेपी विधायक के साथ पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। पूर्व बैंक अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति, अवधेश सिंह, ने विधायक के साथ झगड़ा किया, जिसमें दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस की मौजूदगी में अवधेश सिंह को विधायक पर हमला करते हुए देखा जा सकता है।
सपा ने भाजपा पर किया था हमला
इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव और शिवपाल यादव ने बीजेपी पर हमला किया। अखिलेश ने कहा कि अन्याय हमेशा हिंसा को जन्म देता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक द्वारा चुनाव में की गई धांधली के कारण पूर्व अध्यक्ष के पति का यह व्यवहार चर्चा का विषय बन गया है, और यह स्थिति लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी धांधली अब बीजेपी की रणनीति बन गई है।