लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बरेली में एक दिलदहाला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां के भुता थानाक्षेत्र स्थित कसाई पति ने नशे की हालत में पत्नी की डंडे से बेरहमी से पिटाई की। महिला के हाथ-पैर तोड़ दिए। उसका पेट फाड़ डाला, जिससे लीवर बाहर आ गया। पति की दरिंदगी से पत्नी की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। यही नहीं गर्भ में पल रहे भ्रूण की भी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जहां महिला के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी बर्बरता देख सन्न रह गए।
भुता थाना क्षेत्र के गांव मगरासा में बुधवार की आधी रात के समय शराब के नशे में सोमपाल नाम के युवक ने अपनी 25 वर्षीय गर्भवती पत्नी सुमन को लाठी-डंडों से पीटकर मार डाला। आरोपी ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। शराब के नशे में कातिल ने पत्नी के पेट पर डंडे से हमला किया। जिससे पेट क्षतिग्रस्त हो गया। महिला का लीवर भी फटकर बाहर आ गया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम करने वाली टीम सुमन के शव का परीक्षण करते वक्त चौंक गई। उसे बेरहमी से पीटकर दोनों हाथ और दायां पैर तोड़ दिया गया था। उसका लिवर भी फट गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला के गर्भ में पल रहा पांच महीने का कन्या भ्रूण भी काफी विकसित हो गया था, सुमन के साथ उसकी बच्ची दुनिया में आने से पहले ही मर गई। मृतका के पिता पूरनलाल ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सुमन की शादी लगभग पांच साल पहले मगरासा निवासी सोमपाल के साथ की थी। शादी के कुछ दिनों बाद से ही सोमपाल शराब पीकर पत्नी को पीटता था। एक लाख रुपये लाने के लिए पत्नी पर दबाव बनाता था। बृहस्पतिवार सुबह पड़ोसियों व पुलिस से सूचना मिलने पर वह बेटी की ससुराल पहुंचे तो देखा कि उनकी बेटी मृत अवस्था में पड़ी थी। उसके दोनों हाथ और एक पैर टूटा हुआ था।
सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक रविंद्र कुमार फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड के साथ पहुंचकर जांच पड़ताल की। पूरनलाल ने सोमपाल के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि बुधवार रात सोमपाल नशे में आया और सुमन से गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर सुमन को पीटा तो वह जान बचाने के लिए थोड़ी दूर पर अलग रह रहीं दिव्यांग सास कामेश्वरी देवी के घर पहुंची। उसने कहा कि मां मुझे बचाओ, यह मार डालेंगे। कामेश्वरी देवी ने बाहर निकलकर बहू को बचाने की कोशिश की। बताते हैं कि सोमपाल के सिर पर खून सवार था। उसने दिव्यांग मां को शौचालय में बंद कर दिया। कुछ देर बाद कमरे में बंद कर सुमन की डंडों से पिटाई की। कामेश्वरी देवी ने बताया कि उनके पति वेदराम की चार साल पहले मौत हो चुकी है और वह अलग घर में रहकर अपना गुजारा करती हैं। सोमपाल तीन भाइयों में दूसरे नंबर का है और मजदूरी करता है।