Rudraprayag: उत्तराखंड में बारिश के रेड अलर्ट के बीच रुद्रप्रयाग ज़िले से एक बड़े हादसे की खबर आई है. नरकोटा में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढहने से करीब 10 मज़दूर घायल हो गए है। रेस्क्यू टीम ने 6 लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया है, लेकिन 4 से 5 लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है। एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। बता दें कि नारकोटा में जिस जगह ये हादसा हुआ है, वह रुद्रप्रयाग से 6 किलोमीटर दूर है। ये जगह ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर है। ये जानकारी एसडीआरएफ ने दी है।
पहले रुद्रप्रयाग हादसे की बात करें, तो ऋृषिकेश बद्रीनाथ राजमार्ग 56 पर नरकोटा के पास बन रहे एक बाईपास पुल पर सुबह करीब 9 बजे शटरिंग पलटने का हादसा हुआ. यह हादसा बारिश के चलते नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि 6 घायलों को ज़िला अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि कुछ लोगों के शटरिंग के नीचे दबे होने की आशंका है. पुलिस, प्रशासन और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचकर टूटी शटरिंग और मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं.
राज्य में अब भी कई सड़कें, रास्ते ठप
पूरे उत्तराखंड में पिछली बारिश के बाद से ही दर्जनों रास्ते अब तक बंद हैं. इनमें खास तौर से वो सड़कें हैं, जो गांवों को शहरी क्षेत्रों से जोड़ती हैं. ऐसे रास्तों के ठप होने से कई गांवों के साथ संपर्क से कट जाने की समस्या खड़ी हो गई है. उदाहरण के तौर पर उत्तरकाशी ज़िले में पिछले 8 दिनों से 4 ग्रामीण सड़कें बन्द हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मोरी प्रखंड के लिवाड़ी मोटरमार्ग पिछले 8 दिनों से बन्द होने के कारण ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर सफर करने पर मजबूर हैं. भूस्खलन के चलते बंद हुई इन सड़कों को खोलने के लिए लगातार मांग की जा रही है. वहीं, टिहरी गढ़वाल ज़िले में भी 5 ग्रामीण सड़कों के ठप होने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है.