Maharashtra : चुनावी माहौल में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धमाकेदार एंट्री हो गई है। हाल ही में महाराष्ट्र में चुनावी होर्डिंग्स पर योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ बंटेंगे तो कटेंगे का नारा दिखाई दिया, जो तेजी से चर्चा का विषय बन गया है। यह नारा इससे पहले हरियाणा चुनावों में भी काफी सुर्खियों में रहा था। बीजेपी का मानना है कि इस नारे का उद्देश्य समाज में एकजुटता बनाए रखने और वोटरों को राजनीति से दूर रखने का संदेश देना है। हालांकि, विरोधी पार्टियों ने इसे समाज में ध्रुवीकरण की राजनीति से जोड़ते हुए आलोचना की है।
हरियाणा के बाद महाराष्ट्र में एंट्री
इससे पहले हरियाणा चुनाव में यह नारा काफी चर्चा में था, जब योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषणों में इसे जोर-शोर से उठाया था। अब महाराष्ट्र में भी यह नारा एक अहम चुनावी मुद्दा बनता नजर आ रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता और उनकी छवि को देखते हुए यह नारा मतदाताओं को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकता है।
मुंबई में छाए सीएम योगी आदित्यनाथ
जगह-जगह पर लगे सीएम योगी पोस्टर
“बटेंगे तो कटेंगे” का नारा मुंबई में हो रहा बुलंद@myogiadityanath @CMOfficeUP @UPGovt#YogiAdityanath pic.twitter.com/vL0pU8yZbt
— News1India (@News1IndiaTweet) October 22, 2024
विपक्ष ने लगाया ये आरोप
विपक्षी दलों ने इस नारे की आलोचना करते हुए इसे ध्रुवीकरण की राजनीति का हिस्सा बताया है। विपक्ष का कहना है कि इस तरह के नारों से समाज में तनाव और विभाजन पैदा करने की कोशिश की जा रही है। हालाँकि, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि इस नारे का उद्देश्य समाज में एकता और अखंडता बनाए रखना है।
महाराष्ट्र चुनाव पर नजर
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, महाराष्ट्र की सियासत में इस नारे का प्रभाव और राजनीतिक पारा चढ़ने की संभावना है। देखना यह होगा कि योगी आदित्यनाथ का यह नारा महाराष्ट्र में कितनी राजनीतिक बढ़त दिला पाता है और इसे लेकर किस तरह का माहौल तैयार होता है।