Varanasi news: प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के दौरान वाराणसी में एक चोर गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने कथा स्थल पर सक्रिय इस गिरोह की 15 महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो श्रद्धालुओं की भीड़ में गले की चेन और अन्य आभूषण चुराकर फरार हो जाती थीं। गिरोह के पास से करीब 10 लाख रुपये के सोने के गहने बरामद हुए हैं। ये महिलाएं कथा में शामिल होने का दिखावा करती थीं और सुनियोजित तरीके से भीड़ का फायदा उठाकर अपराध को अंजाम देती थीं। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि ये महिलाएं पूर्वांचल और बिहार से जुड़ी हुई थीं और इनके पीछे एक बड़ा संगठित नेटवर्क काम कर रहा है।
संगठित गिरोह का भंडाफोड़
कथा स्थल पर इस गिरोह की गतिविधियों को पकड़ने के लिए Varanasi पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। श्रद्धालुओं की भीड़ में महिलाएं शातिर ढंग से चोरी करती थीं, जिससे किसी को संदेह नहीं होता था। पुलिस ने बताया कि ये महिलाएं टीम बनाकर अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय रहती थीं और फिर चोरी के गहनों को छुपा देती थीं। गिरोह का नेटवर्क न केवल वाराणसी बल्कि आसपास के जिलों और बिहार तक फैला हुआ है।
श्रद्धालुओं में मचा हड़कंप
चोरी की घटनाओं के बाद श्रद्धालुओं में काफी डर और नाराजगी देखी गई। कथा स्थल पर आए लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरोह की 15 महिलाओं को पकड़ा और उन्हें हिरासत में ले लिया। Varanasi पुलिस का कहना है कि गिरोह की गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई
गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। सुरक्षा बढ़ाने के लिए कथा स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना ने कथा स्थल पर सुरक्षा की आवश्यकता को उजागर कर दिया है। पुलिस की मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई से गिरोह का पर्दाफाश तो हो गया, लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।