कुशीनगर। एटीएम से पैसा निकालने आये ग्राहकों को ठगने वाला दिल्ली का एक शातिर साइबर ठग कुशीनगर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसके ठगी के तरीके को जानकर सभी हैरान रह गये। दरअसल ये शातिर ठग एटीएम से पैसा निकालने वाले ग्राहकों को पहले बातों में उलझा लेता था फिर उनकी मदद के बहाने पासवर्ड देखकर उनका एटीएम बदल देता था। फिर मौके पर ही पीओएस मशीन के जरिये एकाउंट का सारा पैसा ट्रांसफर कर लेता था। पुलिस ने उसके पास से 21 अदद एटीएम कार्ड, 13 अदद सिमकार्ड, पीओएस मशीन, पांच मोबाइल फोन, लग्जरी वाहन, स्कैचर व ठगी की 173125 रुपए नकद राशि भी बरामद की है।
एसपी धवल जायसवाल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्राधिकारी कसया पियूषकान्त राय के नेतृत्व में चले अभियान में थाना कसया व साइबर सेल की संयुक्त पुलिस टीम ने विशुनपुरा कट एनएच 28 के पास से इस शातिर ठग को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान जॉनी शासी पुत्र महावीर शासी, जी ब्लाक फ्रेन्सी क्लब थाना सुल्तानपुरी पुरानी दिल्ली के रूप में हुई है। बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर स्थानीय थाने पर धोखाधड़ी व आईटी एक्ट में अभियोग पंजीकृत कर आगे विधिक कार्यवाही की जा रही है।
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि हम लोग एक चार पहिया वाहन से दिल्ली से मुजफ्फरनगर हापुड़ लखनऊ गोरखपुर होते हुए एक साथ निकलते हैं और रास्ते में पड़ने वाले एटीएम बूथ जिस पर भीड़भाड़ हो, वहां पर जाकर लाइन में खड़े हो जाते हैं और वहां पहले से लाइन में खड़े व्यक्ति को बातों में उलझा कर उनके एटीएम का पासवर्ड देख लेते हैं और मदद करने के बहाने से धोखे से एटीएम कार्ड बदलकर उनको दूसरा एटीएम कार्ड दे देते हैं। फिर तुरंत ही गाड़ी में रखे पीओएस मशीन के माध्यम से उस एटीएम का पूरा पैसा दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। एसपी ने पुलिस टीम में शामिल एसएसआई मनोज कुमार पन्त, वरिष्ठ निरीक्षक हरेराम सिंह यादव, निरीक्षक आदित्य शाहू की सराहना की है।