मेरठ में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर खुलेआम रिश्वत का खेल चल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान दिलाने के नाम पर डूडा के एक कर्मचारी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में डूडा का कर्मचारी टेबल की आड़ में चुपचाप नोट गिनते नजर आ रहा है। मेरठ डीएम ने वायरल वीडियो को देखते हुए कर्मचारी को हटाने का पत्र निदेशालय को लिखा है।
कर्मचारी का रिश्वत लेते जो वीडियो सामने आया है उसमें एक व्यक्ति दफ्तर में आता है। दफ्तर में आकर कुर्सी पर लाल रंग की टीशर्ट पहने कर्मी बैठा हुआ है। बाहर से आया व्यक्ति जेब से नोटों की गड्डी निकालता है और 500-500 रुपए के नोट निकालकर गिनता है। नोट गिनने के बाद बाहर से आया व्यक्ति लगभग 20 हजार रुपए गिनकर लाल टीशर्ट पहनकर बैठे कर्मचारी को देकर चला जाता है। कर्मी पैसे लेकर जेब में रख लेता है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम का कोई व्यक्ति चुपचाप फोन से वीडियो बना लेता है। जो अब वायरल हो रहा है।
इस वायरल वीडियो पर डीएम दीपक मीणा का कहना है कि वीडियो में जो डूडा कर्मचारी पैसे लेते नजर आ रहा है, वो कर्मचारी आउटसोर्सिंग पर काम कर रहा है। एजेंसी के जरिए उसे पद पर रखा गया है। आउटसोर्सिंग एजेंसी हायर करने का काम सीधे निदेशालय से होता है। इस वायरल वीडियो के बाद अब निदेशालय को उस फर्म को ब्लैकलिस्ट करने और कर्मचारी को हटाने का पत्र भेजा गया है।