पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वारा की एक जिला अदालत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक के खिलाफ अलीपुरदुआर कोर्ट ने वारंट जारी किया है। अचानक मंत्री के नाम से वारंट जारी होने पर राजनीति गलियारों में हलचल मच गई है। बताया जा रहा है कि 13 साल पुराने मामले में यह वारंट जारी किया गया। बता दें कि यह मामला वर्ष 2009 का है। तब निशीथ मंत्री नहीं थे। तब से चोरी का यह मामला चल रहा था। करीब 13 साल से चल रहा इस मामले में अब तक का कोई फैसला नहीं आया है।
बता दें कि 2009 में उन पर अलीपुरद्वार कस्बे की दो सोने की दुकानों से चोरी का ईरोप लगा था। अलीपुरद्वारा कोर्ट के लोक अभियोजक प्रशांंत नारायण मजूमदार ने कहा कि कोर्ट ने निशिथ प्रमाणिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मामला बारासात कोर्ट में गया, फिर मामला अलीपुरद्वारा आया।
11 नवंबर 2022 को अन्य अभियुक्तों ने जमानत के लिए आवेदन किया, ‘ आगे मजूमदार ने कहा कि लेकिन किसी ने निशित के लिए कोई आवेदन नहीं किया। उनके खिलाफ 2009 में दो मामले दर्ज किए गए थे। सरकारी वकील ने कहा कि निशित प्रमाणिक के खिलाफ जीआर 973/09 के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 457, 411, 380 और जीआर 1040/09 के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 461, 397, 411 के तहत मामला दर्ज किया था। चूंकि निशित वास्तविक सांसद है, इसलिए मामला बारासात की एक विशेष अदालत में ले जाया गया लेकिन हाईकोर्ट ने मामले को अलीपुरद्वार कोर्ट में वापस लाने का आदेश दिया।
पता चला है कि 2009 में अलीपुरद्वारा शहर में सोने की दो दुकानों में चोरी के आरोप में निशित प्रमाणिक के खिलाफ अलीपुरद्वारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी. 2019 में उनके कूचबिहार से सांसद बनने के बाद मामला बारासात के एमपी कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया.