ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल एक बार फिर से हिंसा देखने को मिली। प्रदेश एक बार फिर सांप्रदायिक तनाव की चपेट में आ गया है। दरअसल बीती रात यहां के मोमिनपुर इलाके में दो समुदायों के बीच तनाव देखने को मिला। जिसके बाद जमकर हिंसा और तोड़फोड़ हुई। कई वाहनों और दुकानों तक को तोड़ा दिया गया। जिसके बाद से पूरे इलाके में स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई। इलाके के लोगों में दहशत का माहौल दिखाई दिया। वहीं इस सांप्रदायिक तनाव के बीच नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की है।
बेकाबू भीड़ ने पुलिस की चौंकी को घेरा
मिली जानकारी के अनुसार जानकारी कल मिलाद-उन-नबी का मौके था। इस दौरान देर रात अचनाक मोमिनपुर के एकबालपुर में हिंसा फैल गई। स्थिति इतनी खराब हो गई की यहां एक समुदाय के लोगों ने एकबालपुर थाने को ही घेर लिया। साथ ही बेकाबू भीड़ ने सड़क पर खड़े वाहनों को तोड़ दिया। यहां तक की आजपास की दुकानों में भी तोड़फोड़ की।
वहीं कई स्थानों पर पथराव व बम फेंकने तक की खबरें सामने आई हैं। हिंसा को देखते हुए पूरे इलाके में आरएएफ को तैनात किया गया है। भाजपा नेता डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि कोलकाता पोर्ट के मयूरभंज में हिंदू पलायन कर रहे हैं। उनके घरों पर हमले हो रहे हैं। पुलिस चुपचाप देख रही है। कानून व्यवस्था नहीं है। स्थिति गंभीर लेकिन सीएम हिन्दुओं को पीड़ित देख रही है।
सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें खुला छोड़ दिया
मोमिनपुर-खिदिरपुर क्षेत्र की वर्तमान स्थिति जानकर व्यथित हूं। ममता बनर्जी को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और उन हिंदू परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए जिन पर कल से हमले हो रहे हैं। जब डीजीपी पश्चिम बंगाल और सीपी कोलकाता नींद से बाहर आएंगे।
इसी बीच मोमिनपुर में फैली हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के भाजपा नेता डॉ. सुकांत मजूमदार ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में आप देख सकते है कि कई वाहन सड़क पर पड़ हुए हैं।
इस पर उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है कि एक शांतिप्रिय समुदाय ने अपने त्योहार मिलाद-उन-नबी को मनाते हुए हिंदुओं की दुकानों और बाइकों को तोड़ा दिया। उन्होंने ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधाते हुए कहा कि हमेशा की तरह सीएम ममता बनर्जी ने कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसी हिंसा करने वाले उन लोगों को खुला छोड़ दिया।