रंगभरी एकादशी
फाल्गुन महीने की एकादशी को भगवान विष्णु के अलावा भगवान शिव और पार्वती जी की भी पूजा अर्चना करते है। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन काशी में भगवान भोलेनाथ को गुलाल से रंग कर उनका श्रृंगार किया जाता है। इस दिन शिव जी के गण भी उनके साथ होली के इस रंग में रंग जाते है। बता दें इस दिन शिव जी पर लाल गुलाल अर्पित करने से घर में धन समृद्धी के साथ परिवार में खुशहाली आती है। कुछ लोग इसे रंगभरी एकादशी के नाम से जानते है, तो कुछ आमलकी एकादशी से भी जानते है। आइए जानते है, रंगभरी एकादशी का शुभ मुहूर्त और तिथी
रंगभरी एकादशी की तारीख और शुभ मुहूर्त
रंगभरी एकादशी बेहद शुभ मानी जाती है, इस दिन काफी राशियां एसी होंगी जिन्हें लाभ मिलेगा वहीं रंगभरी एकादशी विष्णु भगवान और महादेव जी की पूजा करने के लिए 3 मार्च 2023 को सुबह 8 बजकर 15 मिनट से लेकर 9 बजकर 43 मिनट शुभ मुहूर्त है। वहीं व्रत पारण समय 4 मार्च 2023, सुबह 06 बजकर 48 – सुबह 09 बजकर 09 का है। व्रत पारण के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय सुबह 11 बजकर 43 मिनट का होगा बात करें सौभाग्य योग 02 मार्च 2023, शाम 05.51 – 03 मार्च 2023, शाम 06.45 और शोभन योग 03 मार्च 2023, शाम 06.45 – 04 मार्च 2023, रात 07.37 और सर्वार्थ सिद्धि योग – सुबह 06.47 – दोपहर 03.43 (03 मार्च 2023) होगा
इस दिन शिव जी पूजा देगी लाभ
रंगभरी एकादशी पर भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना करें और 21 बेलपत्र पर सफेद चंदन लगाकर उन्हें अर्पित करें। इसके साथ ही गुलाल अबीर भी अर्पित करें और फिर शिव चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से ग्रह-नक्षत्र का अशुभ प्रभाव दूर होता है और जीवन में स्थिरता बनी रहती है।