समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को नोएडा पहुंचे जहां पर उन्होनें जातिय जनगणना की खूब पैरवी की। उन्होनें कहा कि पार्टी के सत्ता में आने के बाद जातीय जनगणना शुरु की जाएगी। अखिलेश यादव ने बीजेपी के नेता संजय निषाद और आशीष पटेल को छुटभैया नेता बताते हुए कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी को इस पर अपनी राय रखनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जातीय जनगणना के बारे में बताते हुए कहा कि यह जनगणना अंग्रेजों के शासनकाल में सन 1931 में आखिरी बार हुई थी। इसके बाद इस जनगणना को लाने के लिए मुलायम सिंह और शरद यादव ने जनता की मांग को मद्देनजर रखते हुए कई बार प्रयास किया। जबकि आज के समय में यह जनगणना जरुरी हो गई है। देश में लगातार जातिगत जनगणना की मांग हो रही है अब बिहार में इसे लेकर सहमति भी बन गई है। बिहार में सर्वसम्मति के बाद माननीय नीतिश कुमार ने जातीय जनगणना को मंजूरी दे दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संजय निषाद और आशीष पटेल पर तंज कसते हुए कहा कि वे इस पर न बोलें। इसपर मुद्दे पर केवल पीएम मोदी और सीएम योगी ही बोलें। संजय निषाद पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने पूछा कि क्या वह आउटसोर्सिंग का समर्थन करते हैं? समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दिल्ली से डीएनडी होते हुए नोएडा पहुंचे। जिसके बाद उन्होनें हजरतपुर वाजिदपुर गांव में पहुंचकर राजपाल सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया तथा जनसभा को भी संबोधित किया। वहीं जब कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव से सवाल पूछा गया तो इसपर अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा कि मीडिया के कहने से कोई गठबंधन नहीं होता है। अगर देखा जाए तो सत्ता में रहते हुए अखिलेश यादव ने कभी नोएडा का दौरा नहीं किया। लगभग 11 साल बाद अखिलेश यादव का यह नोएडा दौरा है। ऐसा कहा जाता है कि सत्ता में रहते हुए जो नेता नोएडा आता है उसकी सरकार चली जाती है परन्तु सीएम योगी ने इस अंधविश्वास को तोड़ दिया है। वे कई बार नोएडा आ चुके हैं।