संजय सिंह ये नाम इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि सोशल मीडिया से लेकर अखबार और टीवी चैनल तक सिर्फ इस नाम की ही चर्चा है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को ईडी ने शराब घोटाले मामले में 10 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के वनक्त भी संजय सिंह ये कहते हुए घर से निकले कि मरना मंजूर है लेकिन डरना नहीं। चलिए आज आपको बताते हैं संजय सिंह की अब तक की पूरी कहानी।
“नरेंद्र मोदी, अड़ानी के नौकर है।
और अड़ानी के नौकर से हम डरते नहीं।”– संजय सिंह जी। pic.twitter.com/x139IUSE8g
— Priyanka Kakkar (@PKakkar_) October 5, 2023
इस वक्त संजय सिंह की कोर्ट में पेश होने से पहले की कई वीडियो ऐसी वायरल हो रही हैं जिसमें संजय सिंह का कहना है कि “मोदी जी चुनाव हार रहे हैं, इसलिए ऐसा कर रहे”, इतना ही नहीं संजय सिंह ने एक वीडियो में नरेंद्र मोदी को अडानी का नौकार तक बता दिया है। वहीं संजय सिंह हमेशा कहते रहे हैं कि मैंने पूरा जीवन ईमानदारी से एक फक्कड़ की करह बिताया है। उन्होंने गिरफ्तारी से पहले भी कहा कि मैंने पहले भी कहा आज भी कह रहा हूं, लेकिन डरना मंजूर नहीं है।
देश को दादागीरी से चलाने की कोशिश – राज्यसभा सांसद
वहीं आप राज्यसभा सांसद ने कहा कि देश को दादागीरी से चलाने की कोशिश हो रही है। देश में तानाशाही हो रही है। गिरफ्तारी के बाद संजय सिंह ने अपनी मां से कहा है कि आप घबराइए मत, मैं जल्द ही लौटकर आऊंगा। वह 5 दिनों तक ईडी की हिरासत में रहने वाले हैं।
आम आदमी पार्टी के लिए रीढ़ की हड्डी साबित हुए संजय सिंह
संजय सिंह सिर्फ आम आदमी पार्टी ( AAP पार्टी ) के सांसद ही नहीं हैं, वो आम आदमी पार्टी के लिए रीढ़ की हड्डी साबित हुए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि संजय सिंह आम आदमी ( AAP पार्टी ) की प्रमुख हस्ती हैं। यूपी और पंजाब में उनकी खास भूमिका है। वह भारतीय राजनीति में एक बड़ा चेहरा बन चुके हैं। एक ऐसा चेहरा जो विपक्ष की राजनीति का बहुत बड़ा केंद्र है। संजय सिंह की गिनती मोदी सरकार के खिलाफ सबसे आक्रामक हमला करने वालों में होती है।
जानिए राजनीति से पहले संजय सिंह क्या थे
अन्ना आंदोलन से बाहर निकलकर आए संजय सिंह की पहचान एक साफ-सुथरी छवि वाले नेता के तौर पर होती है। मणिपुर मामले में संजय सिंह ने सभापति की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध किया था और इसके बाद उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। आज हिंदुस्तान की जनता के मन में सवाल है कि संजय सिंह नाम वाले इस नेता की पूरी कहानी क्या है।
आपने अक्सर सफेद कुर्ते पायजामे में देखे जाने वाले 51 साल के संजय सिंह की जड़ें कहां से हैं और हिंदुस्तान की राजनीति का बड़ा नाम बनने से पहले वो क्या थे। संजय सिंह का जन्म सुल्तानपुर में हुआ था। संजय सिंह की मां और पिता दोनों ही शिक्षक थे। सुल्तानपुर के लोगों के लिए संजय सिंह गुड्डू नाम से जाने जाते थे।
संजय के माता- पिता ने 12वीं की परीक्षा के बाद उन्हें इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए ओडिशा भेज दिया था। ओडिशा से कोल माइनिंग की डिग्री लेने के बाद संजय सिंह वापस लौटे थे। बता दें कि धनबाद में नौकरी भी ज्वाइन कर ली थी, लेकिन कुछ अलग करने की चाह रखने वाले संजय सिंह ने अपना इरादा बदल लिया और नौकरी छोड़ वापस घर लौटकर आ गए। इसके बाद संजय सिंह ने समाज सेवा शुरू कि।
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संजय सिंह ने समाज सेवा से कि शुरुआत
वो रेहड़ी लगाने वालों के लिए लड़े। समाज सेवा केंद्र भी बनाया और रक्तदान करने की मुहिम भी चलाई। संजय सिंह खुद 40 से ज्यादा बाद रक्तदान कर चुके हैं। सुल्तानपुर के रहने वाले लोगों का स्वभाव आंदोलनकारी होता है। वहीं उनकी प्रवृत्तियां फक्कड़ किस्म की होती हैं। संजय सिंह खुद भी बार-बार अपने लिए फक्कड़ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। सुल्तानपुर के लोग संजय भैया को उनकी बेबाकी और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जाने जाते हैं।
अन्ना आंदोलन से शुरू हुआ संजय सिंह का राजनैतिक करियर
अन्ना आंदोलन में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह खास रहे। यहां से धीरे- धीरे उनके राजनीतिक करियर की शुरूआत हुई। जहां आप ने चुनाव लड़ा सबमें संजय सिंह की बड़ी भूमिका रही। उनकी तुलना मनीष सिसोदिया से होने लगी। फिर 2013 में आम आदमी पार्टी ( AAP पार्टी ) ने दिल्ली में चुनाव लड़ने का ऐलान किया इस चुनाव में संजय सिंह को कैंडिडेट सेलेक्शन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया।
यानि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार ढूंढने का जिम्मा पार्टी ने संजय सिंह के कंधों पर छोड़ दिया। चुनाव में जीत मिली और केजरीवाल की पार्टी कामयाबी के झंडे गाड़ती चली गई और संजय सिंह का पार्टी में कद विशाल होता गया। संजय सिंह को दिल्ली के बाहर पंजाब में पार्टी की कमान सौंपी गई। यहां पर पार्टी ने कमाल करके दिखाया। अब जब मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव होने हैं।
कुछ महीने के भीतर ही 2024 का आम चुनाव होना है, उसके ठीक पहले संजय सिंह की गिरफ्तारी को आम आदमी पार्टी ( AAP पार्टी ) बीजेपी की बौखलाहट बता रही है। इंडिया गठबंधन के तमाम नेता एकसुर में संजय सिंह की गिरफ्तारी पर हमला कर रहे हैं. तय है कि इस गिरफ्तारी को विपक्ष चुनावी मुद्दा बनाएगा।