Who is Sadhna Gupta: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में दुख की घड़ी है। मुलायम परिवार की सबसे करीबी सदस्य और उनकी पत्नी साधना गुप्ता का निधन हो गया है। साधना गुप्ता ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक, मुलायम की पत्नी साधना को फेफड़े में इंफेक्शन की शिकायत के चलते कुछ दिन पहले मेदांता में भर्ती कराया गया था।
आखिर कैसे करीब आए साधना और मुलायम
एक वरिष्ठ महिला पत्रकार द्वारा लिखी गई किताब के मुताबिक, शुरुआत में साधना (Sadhna Gupta) और मुलायम की आम मुलाकातें थीं, लेकिन मुलायम की मां के कारण दोनों करीब आए। उन दिनों मुलायम की मां मूर्ति देवी बीमार रहती थीं। साधना ने लखनऊ के एक नर्सिंग होम और बाद में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मूर्ति देवी की देखभाल की। वहीं, मेडिकल कॉलेज में एक नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी, उस वक्त साधना भी वहां मौजूद थीं, तब साधना ने नर्स को ऐसा करने से रोका। साधना की वजह से ही मूर्ति देवी की जिंदगी बची थी। मुलायम सिंह यादव इसी बात से इम्प्रेस हुए और दोनों का रिश्ता शुरू हुआ।
मुलायम की दूसरी पत्नी थीं साधना
मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सौतेली मां हैं। साधना गुप्ता नेता जी की दूसरी पत्नी हैं। साल 2003 में अखिलेश यादव की मां मालती देवी के निधन के बाद ही मुलायम सिंह ने साधना गुप्ता को अपनी पत्नी का दर्जा दिया था। प्रतीक यादव, मुलायम सिंह और साधना गुप्ता के बेटे हैं।
दोनों के रिश्ते में अमर सिंह का था अहम रोल
कहते हैं कि मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता के रिश्ते को हवा देने में अमर सिंह का अहम रोल रहा। साल 2007 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जांच से बचने के लिए मुलायम ने ये स्वीकारा था कि साधना गुप्ता उनकी दूसरी पत्नी हैं और जिनसे उनका एक बेटा प्रतीक है। इसी के बाद पूरे देश को मालूम चला था कि मुलायम की एक और पत्नी व उनसे एक बेटा है।
वहीं, कहा ये भी जाता है कि प्रतीक यादव के स्कूल फॉर्म में पिता का नाम एमएस यादव और एड्रेस में नेता जी के ऑफिस का पता लिखा था।
मीडिया खबरों के मुताबिक, मुलायम सिंह की मां मूर्ति देवी के बीमारी के समय साधना गुप्ता ही उनका ख्याल रखती थीं।
सपा कार्यकर्ता थीं साधना
साधना गुप्ता मुलायम सिंह यादव से 20 साल छोटी थीं। साधना समाजवादी पार्टी में एक कार्यकर्ता के तौर पर काम कर चुकी थीं। साधना गुप्ता के पहले पति चंद्र प्रकाश गुप्ता से अलहदगी के बाद वो तत्कालीन सपा मुखिया के संपर्क में आ गई थीं। साधना गुप्ता की भी मुलायम से दूसरी शादी है। उनकी पहली शादी 4 जुलाई साल 1986 मे फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता के साथ हुई थी। हालांकि, दोनों की शादी ज्यादा दिन नहीं चल सकी और दोनों अलग हो गए। साधना गुप्ता मुलायम की जिंदगी में साल 1988 में आईं और 1989 में मुलायम यूपी के सीएम बन गए। इसके बाद से ही वो साधना को लकी मानने लगे थे।
पिता से नाराज थे अखिलेश
वहीं कहा ये भी जाता है कि अखिलेश यादव ने साधना गुप्ता को अपने परिवार में कभी नहीं स्वीकारा और न जगह दी। वह मानते हैं कि साधना गुप्ता और अमर सिंह के चलते उनके पिताजी ने उनकी मां के साथ न्याय नहीं किया। अखिलेश नहीं चाहते थे कि उनके पिता इस रिश्ते को स्वीकारें। और इस बात का असर दोनों भाईयों के बीच दिखता भी है।
साधना के बेटे हैं प्रतीक