कौन हैं सना मीर, जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर अलापा कश्मीर का राग, नतालिया परवेज का जिक्र कर मचा दिया हड़कंप

महिला वनडे विश्व कप के मुकाबले में पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने ऐसा बयान दिया, जिसके बाद नए विवाद का जन्म हो गया।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। एशिया कप में मिली हार के बाद अब भी पूरे पाकिस्तान में मातम हैं। भारतीय खिलाड़ियों के साथ ही बीसीसीआई को पाक के पूर्व क्रिकेटर्स अपशब्द कह रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि नापाक खिलाड़ी सूर्या एंड कंपनी को गाली देने से भी पीछे नहीं हट रहे। इतना ही नहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद युसूफ ने लाइव टीवी पर भाषा की सारी सीमाओं को लांघ दी। युसूफ ने लाइव टीवी पर भारत की टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार को सुअर कहा। जिसके बाद उन्हें भारत की तरफ से जवाब मिला। अब इसी लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है। वह नाम पाक की पूर्व लेडी कप्तान सना मीर का है। जिन्होंने बतौर कमेंट्रेटर पीओके का जिक्र कर हड़कंप मचा दिया।

भारत से अलग होकर दुनिया के नक्शे में पाकिस्तान नाम के मुल्क का जन्म होता है। अपनी पैदाइश के बाद से पाकिस्तान भारत के खिलाफ साजिशों को अंजाम देता आ रहा है। पाक सेना और वहां के नेता भारत को स्थिर करने की अनेकों साजिशे रचते आ रहे हैं। हालांकि पाक के खिलाड़ी कभी खुलकर भारत के विरोध में खड़े नहीं हुए। लेकिन एशिया कप में मिली हार के बाद पाक के पूर्व क्रिकेटर्स ने सारी मर्यादाएं लांघ दी हैं। पाक के खिलाड़ी भारतीय क्रिकेटर्स को अपशब्द कह रहे हैं। इन्हीं में से एक है मोहम्मद यूसुफ, जिन्होंने सूर्यकुमार को सुअरकुमार कहा। जिसके बाद भारतीय ने उन्हें अपनी तरीके से जवाब दिया। मामला बढ़ता देख यूसुफ ने माफी मांगने में देर नहीं की।

पाक के पूर्व क्रिकेटर्स के बाद अब लेडी क्रिकेटर की भी एंट्री हो गई है। गुरुवार को महिला वनडे विश्व कप के मुकाबले में पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने ऐसा बयान दिया, जिसके बाद नए विवाद का जन्म हो गया। मौजूदा समय में टूर्नामेंट में कमेंट्री कर रहीं सना मीर ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके को आजाद कश्मीर कहकर पुकारा, जिससे सोशल मीडिया पर जबरदस्त बवाल खड़ा हो गया। यह मामला इतना बढ़ गया कि आईसीसी तक के रडार पर है। हालांकि, अभी तक आईसीसी ने इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सना को भारतीय फैंस जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। सना को भारतीय फैंस काली बिल्ली का नाम देकर कमेंटबाजी कर रहे हैं।

पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश के मैच में सना मीर ने पाकिस्तान की बल्लेबाज नतालिया परवेज का जिक्र करते हुए कहा कि, फातिमा सना बहुत युवा टीम की कप्तानी कर रही हैं। हां, उन्होंने क्वालिफायर जीता है, लेकिन इन खिलाड़ियों में से कई बिल्कुल नई हैं। नतालिया, जो कश्मीर से आती हैं। आजाद कश्मीर से आती हैं। वह लाहौर में ज्यादा क्रिकेट खेलती हैं। उन्हें अपनी ज्यादातर क्रिकेट खेलने के लिए लाहौर आना पड़ता है। यानी उन्होंने पहले नतालिया को कश्मीर से आने वाली खिलाड़ी बताया, लेकिन तुरंत ही खुद को सुधारते हुए विवादित और आपत्तिजनक बयान दे डाला और आजाद कश्मीर कह दिया। यही शब्द बवाल की असली वजह बना। भारत की तरफ से इस पर पलटवार भी शुरू हो गया है। भारतीय सना को ट्रोल कर रहे हैं।

दरअसल, ’आजाद कश्मीर’ शब्द का इस्तेमाल पाकिस्तान की ओर से लंबे समय से किया जाता रहा है। भारत पूरे जम्मू-कश्मीर, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भी शामिल है, को अपना अभिन्न और संप्रभु हिस्सा मानता है। भारत सरकार के मुताबिक, पीओके पर पाकिस्तान का कब्जा अवैध है और इसे तुरंत खाली किया जाना चाहिए। भारत ने लगातार इस क्षेत्र को अपने भूभाग के रूप में स्वीकार किया है और संसद ने इस संबंध में प्रस्ताव भी पारित किया है। भारत पाकिस्तान से पीओके से अपनी सैन्य और प्रशासनिक मौजूदगी हटाने की मांग करता है और इस मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कूटनीतिक बातचीत को प्राथमिकता देता है।

ऐसे में विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता के दौरान सना मीर का इस शब्द का उपयोग करना सीधे-सीधे एक राजनीतिक संदेश माना गया। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर उन्हें कठघरे में खड़ा किया गया। अब सोशल मीडिया पर तो सना मीर का जबरदस्त विरोध हो रहा है। कई यूजर्स ने इसे राजनीतिक बयानबाजी बताया और आईसीसी से कार्रवाई की मांग की। भारत में तो खासकर इस टिप्पणी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। लोग कहने लगे कि सना मीर ने खेल को राजनीति से जोड़कर खेल भावना को ठेस पहुंचाई है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) खेल में राजनीति को लाने का सख्त विरोध करता है।

हालांकि, पाकिस्तानी अपनी शर्मनाक बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। पुरुषों के एशिया कप में विवादित और आपत्तिजनक इशारे के बाद अब महिला वनडे विश्व कप में भी पाकिस्तान ने अपनी ओछी हरकत नहीं छोड़ी है। विवाद बढ़ता देख सना मीर ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल नतालिया के संघर्षों को सामने लाना था, न कि किसी को आहत करना या किसी तरह की राजनीतिक टिप्पणी करना। सना ने लिखा, ’यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बात को बेवजह तूल दिया जा रहा है और खेल से जुड़े लोगों पर अनावश्यक दबाव डाला जा रहा है।

सना ने लिखा कि मेरे कमेंट का उद्देश्य सिर्फ इतना था कि एक खिलाड़ी ने जिस क्षेत्र से आकर संघर्ष किया और अपनी जगह बनाई, उसकी कहानी सबके सामने रखी जाए। यह हमारी कमेंट्री का हिस्सा होता है कि हम खिलाड़ियों की पृष्ठभूमि और उनकी प्रेरणादायक यात्रा को दर्शकों तक पहुंचाएं। इसमें न कोई बुरी नीयत थी और न ही किसी की भावनाएं आहत करने का इरादा। सना मीर ने आगे कहा, ’मैंने आज कमेंट्री के दौरान दो अन्य खिलाड़ियों के बारे में भी यही किया। बताया कि वे किस क्षेत्र से आती हैं और किन संघर्षों से गुजरी हैं। कृपया इसे राजनीति से न जोड़ें।

सना ने लिखा, बतौर कमेंटेटर हमें खेल, टीमों और खिलाड़ियों पर फोकस करना होता है और उनकी हिम्मत और संघर्ष की कहानियां दुनिया के सामने लानी होती हैं। सना मीर ने अपने बचाव में नतालिया परवेज की एक प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जो कि एक नामी क्रिकेट वेबसाइट का दिखाई पड़ता है। हालांकि, ये ओरिजनल है या फोटोशॉप इसकी पुष्टि नहीं है। उन्होंने कहा कि कमेंट्री से पहले वह खिलाड़ियों पर रिसर्च करती हैं और उसी रिसर्च के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली थी। सना ने लिखा, ’मैं खिलाड़ियों की जानकारी के लिए जो स्रोत इस्तेमाल करती हूं, उसी का स्क्रीनशॉट भी संलग्न कर रही हूं। संभव है कि अब उसमें बदलाव किया गया हो, लेकिन मैंने जो कहा वह वहीं से लिया था।

बता दें, सना का यह स्क्रीनशॉट जिस वेबसाइट का है, वहां अब ऐसी कोई जानकारी नहीं दिख रही। अभी परवेज की प्रोफाइल देखने पर पाकिस्तान एडमिनिस्टर्ड कश्मीर दिखाई पड़ता है। सवाल तो यह भी उठता है कि सना मीर ने किसी और वेबसाइट पर प्रोफाइल क्यों चेक किया, जबकि नतालिया पाकिस्तान से खेलती हैं तो उन्हें इस टैलेंट के बारे में जानकारी नहीं थी। दूसरी बात यह है कि उन्होंने भले ही प्रोफाइल देखी हो लेकिन क्या उन्हें इस विवाद का पता नहीं था? इसके बावजूद उन्होंने यह बयानबाजी की और जानबूझकर बवाल खड़ा किया।इस पूरे विवाद पर अब तक आईसीसी ने कोई बयान नहीं दिया है।

क्रिकेट से जुड़े जानकारों का मानना है कि विश्व कप जैसे इवेंट में राजनीतिक बयानबाजी को जगह नहीं मिलनी चाहिए। ऐसे मामलों में कमेंटेटर्स को तटस्थ और पेशेवर रवैया अपनाना चाहिए। इतना ही नहीं, पुरुषों के एशिया कप के दौरान सूर्यकुमार का पहलगाम हमले का जिक्र करना राजनीतिक टिप्पणी मानी गई थी और उन पर जुर्माना लगाया गया, लेकिन यहां तो भारत के अभिन्न अंग को लेकर पाकिस्तान विवादित टिप्पणी से पीछे नहीं हट रहा है। सना मीर ने भले ही अपने बयान पर सफाई दे दी हो, लेकिन उनका यह विवादित कमेंट क्रिकेट मैदान से ज्यादा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। साफ है कि खेल और राजनीति को मिलाना हमेशा ही विवाद को जन्म देता है, और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आईसीसी इस मामले में क्या कदम उठाता है।

 

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